अर्थव्यवस्था के साथ ही अमेरिका का सामाजिक ताना बाना भी छिन्न भिन्न हो रहा
प्रहलाद सबनानी। विश्व में कई गतिविधियां एक चक्र के रूप में चलती रहती है। एक कालखंड के पश्चात चक्र कभी नीचे की ओर जाता है एवं एक अन्य कालखंड के पश्चात यह चक्र कभी ऊपर की ओर जाता हुए दिखाई देता है। विदेशी व्यापार के मामले में वर्ष 1750 तक पूरे विश्व में भारत की … Continue reading अर्थव्यवस्था के साथ ही अमेरिका का सामाजिक ताना बाना भी छिन्न भिन्न हो रहा
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