मोदी सरकार के लाख प्रयासों के बाद भी दिव्‍यांग के प्रति नहीं आया आम भारतीय के नजरिए भी बहुत सुधार 

अब भी अच्‍छे जीवन की चाह में जी रहे हैं भारत के अधिकांश दिव्‍यांग जन – रमेश सर्राफ धमोरा। समाज में दिव्यांगता को एक सामाजिक कलंक के रूप में देखा जाता है। जिसे सुधारने की आवश्यकता है। इसीलिए हर साल 3 दिसंबर के दिन विश्व विकलांग दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1992 … Continue reading मोदी सरकार के लाख प्रयासों के बाद भी दिव्‍यांग के प्रति नहीं आया आम भारतीय के नजरिए भी बहुत सुधार