द्वारकाधीश और योगेश्वर- दोनों छोरों का सुन्दर संतुलन

श्री श्री रविशंकर। भाद्रपद कृष्णपक्ष की अष्टमी के दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को मनाया जाता है। अष्टमी तिथि का महत्व इसलिये है क्योंकि वह वास्तविकता के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष स्वरूपों में सुन्दर संतुलन को दर्शाता है, प्रत्यक्ष भौतिक संसार और अप्रत्यक्ष आध्यात्मिक दायरे। भगवान श्रीकृष्ण का अष्टमी तिथि के दिन जन्म होना यह दर्शाता … Continue reading द्वारकाधीश और योगेश्वर- दोनों छोरों का सुन्दर संतुलन