‘पूर्वांचल के नायक’ में आधा सौ बच्चे मंच पर

नाट्य समीक्षा। सत्यदेव त्रिपाठी। जब किसी नाट्य मंचन में 46 कलाकर आदि से अंत तक एक साथ मंच पर हों, तो उस नाटक की चर्चा इसके अलावा किस बात से शुरू की जा सकती है। और यदि वे कलाकर 5-6 साल की उम्र से 12014 साल की ‘बर्रे-बालक एक सुभाऊ’ वाली उम्र के हों… और … Continue reading ‘पूर्वांचल के नायक’ में आधा सौ बच्चे मंच पर