हसीना का तख्तापलट, फिर चौराहे पर बांग्लादेश

प्रमोद जोशी। बांग्लादेश एक बार फिर से 2007-08 के दौर में वापस आ गया है। ऐसा लगता था कि शेख हसीना के नेतृत्व में देश लोकतांत्रिक राह पर आगे बढ़ेगा, पर वे ऐसा कर पाने में सफल हुईं नहीं। हालांकि इस देश का राजनीतिक भविष्य अभी अस्पष्ट है, पर लगता है कि फिलहाल कुछ समय … Continue reading हसीना का तख्तापलट, फिर चौराहे पर बांग्लादेश