कटासराज : जहां शिव आए, पांडव आए

अजय विद्युत। 1947 में दो मुल्क क्या बंटे सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहरों को अपार नुकसान पहुंचा। आक्रमणों और विध्वंसों की बारम्बारता से अब भग्न मंदिरों के अवशेष ही अंतिम मूक गवाह रह गए हैं। आप सुनने को राजी हों तो वे यह बता पाते हैं कि लोगों को तो विस्थापित किया जा सकता है, पर … Continue reading कटासराज : जहां शिव आए, पांडव आए