रावण की चर्चा बिना रामकथा अधूरी

श्री श्री रविशंकर। रामायण में रावण की चर्चा न करें, तो पूरी कथा ही अधूरी है। रावण अहंकार का प्रतीक है। रावण के दस मुख होने का मतलब है कि अहंकार का केवल एक चेहरा नहीं होता है, बल्कि दस चेहरे होते हैं। (यहां अहंकार के पहलुओं या कारणों के बारे में बताया गया है) … Continue reading रावण की चर्चा बिना रामकथा अधूरी