दिवाली या तो तब थी, या अब है: कैलाश खेर 

पुर नर नारी सनाथ करि भवन चले भगवान अजय विद्युत । अयोध्या में भगवान रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश एक दिव्य एवं भव्य आभा से जागृत है। होहिं सगुन सुभ बिबिध  बिधि बाजहि गगन निसान। पुर नर नारी सनाथ करि भवन चले भगवान।। एक दिवाली तब थी जब भगवान राम … Continue reading दिवाली या तो तब थी, या अब है: कैलाश खेर