फूड मार्केट आज कल पैक्ड फूड से भरे पड़े हैं। जूस से लेकर सब्ज़ियां तक सब कुछ पैक्ड मिलता है और नूडल्स की तरह दो मिनट में आपके खाने के लिए तैयार हो जाता है।
इन उत्पादों पर अक्सर तीन तरह के दिनांक देखने को मिलते हैं – यूज़ बाई, सेल बाई और बेस्ट बाई। इन तीनों को समझना हर ग्राहक के लिए ज़रूरी है। सिर्फ पैक्ड फूड ही नहीं, राशन और अन्य खाद्य पदार्थों के लिए भी इन तिथियों को समझना ज़रूरी है।
यूज़ बाई: यह उक्ति उपभोक्ताओं के लिेए होती है। यानी अगर आप ने कोई उत्पाद ख़रीदा है तो उसे दिए गए यूज़ बाई दिनांक तक उपयोग कर लें। विशेषज्ञों का मानना है कि यूज़ बाई डेट के बीत जाने के बाद यह ज़रूरी नहीं है कि आप बीमार हो जाएंगे, लेकिन उत्पाद की गुणवत्ता में तेज़ी से गिरावट आनी शुरू हो जाती है।
सेल बाई: अब बात करते हैं सेल बाई डेट की। यह डेट रिटेल विक्रेताओं को ध्यान में रखकर लिखी जाती है। सेल बाई डेट तक या तो उत्पाद बिक जाए या फिर उसे शेल्फ से हटा दिया जाए। यहां भी विशेषज्ञों का मानना है कि सेल बाई डेट के बाद उत्पाद अनिवार्य रूप से अनुपयोगी नहीं हो जाता, आम तौर पर उत्पाद पर सेल बाई डेट यह ध्यान में रखकर डाली जाती है कि वह उस डेट के कुछ दिन बाद तक भी उपभोक्ता के लिए सुरक्षित बना रहे।
बेस्ट बाई: यह डेट उपभोक्ताओं के लिए होती है जो बताती है कि किस तिथि तक उत्पाद सर्वश्रेष्ठ गुणवत्ता वाला होता है। यानी किसी भी डिब्बाबंद खाने को बेस्ट बाई तिथि तक खा लेने में ही भलाई है क्योंकि बेस्ट बाई डेट के बाद उसकी गुणवत्ता कम होती जाएगी।
इसके अतिरिक्त विशेषज्ञ मानते हैं कि पैक्ड फूड को खाने से पहले उसकी महक पर ज़रूर ध्यान दें और पूरा खाना खाने से पहले चख कर देख लें कि उसका स्वाद ख़राब खाने जैसा तो नहीं, क्योंकि हो सकता है कि पैक्ड फूड में प्रिज़रवेटिव का उपयोग सही तरीके से न हुआ हो और ऐसा खाना आपको डॉक्टर के पास पहुंचा दे।