इजराइल एक साथ कई मोर्चों पर जंग लड़ रहा है, लेकिन असली जंग अब शुरू होने वाली है. ये सुरंग युद्ध है, जो हमास के विरुद्ध गाजा में शुरू होने जा रहा है. काउंटडाउन शुरू हो चुका है. इजराइल के 10 हजार सैनिक सैकड़ों टैंक के साथ गाजा की उन सुरंगों में घुसने वाले हैं, जिसमें हमास के कमांडर और लड़ाके मौजूद हैं।

गाजा की पतली और संकरी गलियों में, अंधेरी और अभेद्य सुरंगों में बहुत बड़ा रक्तपात मचने जा रहा है. इजराइली सेना किसी भी वक्त गाजा में घुस सकती है. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आदेश का इंतजार हो रहा है।

गाजा बॉर्डर पर 10 हजार से ज्यादा इजराइली सैनिक कैंप कर रहे हैं. सैकड़ों टैंक और रॉकेट लॉन्चर गरजने को तैयार हैं. 2006 के बाद ये इजराइली सेना की सबसे बड़ी जमीनी जंग होगी. हमास का नामोनिशान मिटाने के लिए जल, थल और नभ से प्रहार करने की रणनीति है. इजराइली सेना अर्बन वॉर फेयर यानी रिहायशी इलाकों में जंग लड़ने में माहिर है. बावजूद इसके अंधेरी सुरंग और अभेद्य बंकर में हमास से युद्ध लड़ना आसान नहीं होगा. ये बात इजराइली सेना भी जानती है. इसीलिए ग्राउंड ऑपरेशन के लिए फुल प्रूफ तैयारी की गई है, ताकि इजराइली सेना को कम से कम नुकसान हो और हमास का पूरी तरह से काम तमाम किया जा सके।

इजराइली सेना हमास के सुरंगों में अब तक के सबसे बड़े और खतरनाक ऑपरेशन को कैसे अंजाम देगी, इसको लेकर भी इजराइली सेना ने फुल प्रूफ प्लान बनाया है. एक साथ 10 हजार सैनिक गाजा के अंदर घुसेंगे. लक्ष्य है-हमास की टॉप लीडरशिप को खत्म करना. इजराइल कैबिनेट ने याहया सिनवार और मरवन ईशा का डेथ वारंट जारी कर दिया है।

इजराइली सैनिकों को जमीनी जंग लड़ने की स्पेशल ट्रेनिंग दी गई

ऑपरेशन सफल हो सके, इसके लिए इजराइली सैनिकों को तबाह हुए गाजा के इलाकों में जमीनी जंग लड़ने की स्पेशल ट्रेनिंग दी गई है. जवानों को हमास के आतंकियों को देखते ही गोली मारने की छूट दी गई है. इजराइल की तरफ से जमीन पर कौन कौन जंग लड़ेगा, अब इसे भी समझिए. इन्फैन्ट्री फोर्स, कमांडो, सैपर्स टैंक के साथ ग्राउंड ऑपरेशन को अंजाम देगी. सैपर्स वो इंजीनियर्स होते हैं, जो सेना में शामिल होते हैं. इनका काम होता है बारूदी माइन्स को हटाना. ये लोग जरूरत पड़ने पर पुल, इमारत, दीवार और टनल भी ध्वस्त करेंगे।

जमीन पर जंग लड़ रही सेना को इजराइली एयरफोर्स आसमान से एयर कवर देगी. इजराइल के एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर और ड्रोन जमीन पर मौजूद सेना को सुरक्षा मुहैया करवाएंगे. बॉर्डर और समुद्र से आर्टिलरी और रॉकेट लॉन्चर से हमला करने की तैयारी भी है. गाजा फतह करने के बाद इजराइल उसका क्या करेगा, इसका भी प्लान तैयार हो गया है. असल में गाजा को फिलिस्तीनी प्रशासन को सौंप देने का प्लान है. गाजा की धरती पर इजराइली सेना के सामने कदम-कदम पर बारूदी खतरे होंगे।

हमास को मिटाना आसान नहीं होगा

हमास के लड़ाके घनी आबादी में छिपकर हमला करेंगे.गाजा की गलियां संकरी और पतली हैं. वहां इजराइल के टैंक नहीं जा पाएंगे.गाजा के लोगों को हमास के लड़ाके मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करेंगे.इजराइली सेना को रोकने के लिए हमास इजराइली बंधकों को मार सकते हैं.गाजा में इजराइली सेना के लिए रास्ते अनजान होंगे, ऐसे में हमास जगह-जगह बारूद बिछाकर धमाका करेगा.हमास के हजारों लड़ाके गाजा में जमीन के अंदर मौजूद सैकड़ों सुरंगें और बंकरों में छिपे हैं. वो सुरंग के अंदर से ही बिना दिखे ही हमला करेंगे.इजराइली सेना अगर सुरंग में घुसती है, तो हमास उस सुरंग को ही विस्फोट कर उड़ा सकता है.हमास लड़ाके MANPADS से इजराइल के एयरक्राफ्ट, हेलिकॉप्टर और ड्रोन को बर्बाद करेंगे.ये वो चुनौतियां हैं, जिससे इजराइली सेना का सामना होने वाला है. बावजूद इसके इजराइली सेना सुरंग युद्ध छेड़ने जा रही है. इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू गाजा बॉर्डर पर मौजूद अपने सैनिकों से मिलने पहुंचे. मुलाकात के दौरान नेतन्याहू ने अपने जवानों से बात की. उनमें जोश भरा. नेतन्याहू के बाद इजराइल के राष्ट्रपति भी सैनिकों के बीच पहुंचे. उनका हौसला बढ़ाया और कहा कि हमास का खात्मा निश्चित है। इजराइली सेना जो जमीनी जंग अब शुरू करने जा रही है, वो तीन दिन पहले ही शुरू होना था, लेकिन अब तक शुरू नहीं हो पाया, तो सवाल यही है कि आखिर जमीनी जंग में विलंब क्यों हो रही है? इस देरी के पीछे कारण क्या है।

गाजा में इजराइल का जमीनी जंग, 6 वजहों से हो रही देरी

पहली वजह है कि अमेरिका से अब तक इजराइल को इस बाबत हरी झंडी नहीं मिली है.
दूसरी वजह है कि अरब देशों का दबाव. अरब देशों ने अमेरिका पर दबाव बनाकर रखा है.
तीसरी वजह है कि अरब में रूस और चीन का खेल. असल में रूस और चीन गाजा नरसंहार को मुद्दा बनाकर अरब देशों को इजराइल और अमेरिका के खिलाफ एकजुट कर रहे हैं.
चौथी वजह है कि तैयारी में हुई देरी. हमास से गुरिल्ला युद्ध की तैयारी करने में इजराइली सेना को वक्त लग गया.
पांचवीं वजह ये है कि उत्तरी गाजा अब तक आम लोगों से खाली नहीं हो पाया है.
छठी और आखिरी वजह है कि तेज बारिश और खराब मौसम. इसकी वजह से सबसे बड़ी जमीनी जंग शुरू करने में दिक्कतें आ रही हैं।

उत्तरी गाजा अब तक खाली नहीं हो सका

सुरंग युद्ध शुरू करने में देरी की सबसे बड़ी वजह है कि उत्तरी गाजा अब तक खाली नहीं हो सका है. लाखों लोग अब भी उत्तर से दक्षिण गाजा नहीं जा पाए हैं. इसलिए इजराइली सेना ने फिर से लोगों से उत्तरी गाजा खाली करने को कहा है. आम लोग उत्तरी गाजा को खाली कर रहे हैं, लेकिन हमास उन्हें ऐसा करने नहीं दे रहा है. हमास के लड़ाके लोगों को दक्षिणी गाजा जाने से रोक रहे हैं. असल में हमास आम लोगों को ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने वाला है। इजराइली सेना ने कई तस्वीरें जारी कर दावा किया है कि हमास ने कई रोड को ब्लॉक कर रखा है, इसकी वजह से आम लोग उत्तरी गाजा से दक्षिणी गाजा नहीं जा पा रहे हैं. जो लोग हमास की बात नहीं मान रहे हैं, जो लोग जान बचाने के लिए जा रहे हैं, उन्हें हमास के लड़ाके या तो जान से मार रहे हैं या बंधक बना रहे हैं।

आम लोगों को मानव ढाल बना रहा हमास?

हमास की लीडरशिप ने कोड भाषा में अपने लड़ाकों को आदेश दिया है कि वो उत्तरी गाजा छोड़कर जा रहे लोगों को या तो बंधक बनाएं या फिर उन्हें मौत के घाट उतार दें. हमास ऐसा इसलिए कर रहा है, ताकि वो इजराइली सेना से लड़ाई के दौरान आम लोगों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर सके. यही वजह है कि उत्तरी गाजा अब तक खाली नहीं हो सका है. उत्तरी गाजा आम लोगों से पूरी तरह से खाली हो पाएगा, इसकी संभावना बहुत कम है. ऐसे में हमास आम लोगों को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करने वाले हैं. ये बात तय है. इजराइली सेना के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है. अब देखना यही होगा कि इजराइली सेना इस चुनौती से कैसे निपटती है ताकि आम और बेकसूर लोग ना मारे जाएं।

ऑपरेशन में देरी क्यों कर रहा इजराइल

गाजा में घुसपैठ कर हमास कमांडरों को मारने में इजराइल जल्दबाजी नहीं कर रहा है। इसकी एक अहम वजह मौसम भी है। दरअसल, जब सेना गाजा में घुसेगी तो उसे आसमान से एयर कवर देने की जरूरत होगी। मौसम खराब होने की वजह से इजराइली एयरक्राफ्ट उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। वहीं, अब तक की जंग में इजराइल ने अपनी सबसे बड़ी ताकत एयर स्ट्राइक का इस्तेमाल किया है। अर्बन वॉरफेयर काफी अलग चीज है। गाजा को हमास से अलग करना मुश्किल है। इसकी एक वजह उसकी चैरिटी है, जिससे वो लोगों का समर्थन खरीदता है। गाजा की तंग और भीड़-भाड़ वाली गलियों में इजराइल के लिए किसी भी ऑपरेशन को अंजाम देना आसान नहीं होगा।

क्या है अर्बन वॉरफेयर?

कस्बों और शहरों में होने वाले हमलों को शहरी युद्ध कहा जाता है। यानी जब सेना हथियारबंद लड़ाकों का मुकाबला करने के लिए टैंक और अन्य मिलिट्री आर्टिलरी लेकर रिहायशी इलाकों की सड़कों पर उतर आए।   (एएमएपी)