आपका अख़बार ब्यूरो।
अगर सब ठीक ठाक होता तो इस महीने से 5जी सेवाएं चालू हो गई होतीं। लाखों लोग 5जी के लिए पालक पांवड़े बिछाकर इंतज़ार कर रहे थे। उन्होंने बड़ी ठसक के साथ 5जी फोन खरीद भी लिया था। अब उनकी ये ठसक कसक बनने वाली है। उनके ये फोन काफी समय तक 4जी नेटवर्क पर ही रहेंगे। 91mobiles.com की खबर के अनुसार दूरसंचार कंपनियां समय पर 5जी ट्रायल्स पूरा करने में विफल साबित हुई है। हाई स्पीड 5जी इंटरनेट के चक्कर में लोग 5जी स्मार्टफोन खरीद चुके हैं। लेकिन अब आने वाले साल 2022 में भी भारत में 5जी ना चलने के आसार नज़र आ रहे हैं।
यूजर्स को बड़ा झटका
5जी नाम के साथ इस साल की शुरूआत हुई थी। 91mobiles.com की खबर में कहा गया है कि 2021 अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका और 5जी शब्द अभी भी इंडियन स्मार्टफोन मार्केट तथा टेलीकॉम इंडस्ट्री में हॉट टॉपिक बना हुआ है। आम जनता में इंतजार और उत्साह दोनों है कि कब उन्हें 5जी नेटवर्क यूज़ करने को मिलेगा और वह हाई स्पीड 5जी इंटरनेट का मजा उठा पाएंगे। इस चाव के चलते अनेंको लोग 5जी स्मार्टफोन खरीद भी चुके हैं। लेकिन ऐसे यूजर्स को बड़ा झटका लगा है क्योंकि 5जी चलाने के लिए खरीदे गए ये मोबाइल फोन अभी तो पूरी तरह से बेकार है ही वहीं अब आने वाले साल 2022 में भी भारत में 5जी ना चलने के आसार नज़र आ रहे हैं।
मोहलत मांगी
इंडिया में 5जी आने में देरी होगी यह बात लगभग तय नज़र आ रही है। देश में 5जी ट्रॉयल्स अभी पूरी तरह से सफल नहीं हुए हैं और टेलीकॉम कंपनियों ने भारत सरकार से 5जी ट्रायल्स पूरे करने के लिए एक साल की और मोहलत मांगी है। इन कंपनियों में रिलायंस जिओ, भारती एयरटेल और वोडाफोन-आईडिया तीनों शामिल है। यानी जब तक ये ट्रायल और टेस्टिंग पूरी तरह से संपन्न नहीं हो जाते तब तक आम जनता को 5जी यूज़ करने के लिए नहीं दिया जा सकता है। यह कहना कुछ गलत नहीं होगा कि जब तक देश में 5जी नेटवर्क चालू नहीं होता तब तक, सिर्फ सुपरफास्ट 5जी इंटरनेट चलाने के मकसद से खरीदे गए ये 5जी स्मार्टफोन पूरी तरह से बेकार ही हैं।
5जी बना दूर की कौड़ी
रिलायंस जिओ, भारती एयरटेल और वोडाफोन-आईडिया तीनों टेलीकॉम कंपनियों ने भारत सरकार के सामने गुहार लगाई है उन्हें 5जी ट्रॉयल्स के लिए अभी और वक्त चाहिए। गौरतलब है कि पहले इन ट्रॉयल्स को कम्पलीट करने की आखिरी तारीख नवंबर 2021 तय की गई थी। लेकिन दूरसंचार कंपनियां समय पर ट्रॉयल्स पूरा करने में विफल साबित हुई है। देश में 90 प्रतिशत से भी अधिक मोबाइल यूजर इन तीन कंपनियों के नेटवर्क के साथ जुड़े हैं और ऐसे में यह साफ हो गया है कि अभी इंडियन्स को 5जी मिलने में देरी लगेगी। वहीं इन सबसे उपर बात यहां आकर भी अटक जाती है कि अगर 5जी ट्रॉयल्स में भी सफलता नहीं मिली तो आगे नेटवर्क के बारे में सोचना पूरी तरह से व्यर्थ है।
बेकार हैं 5जी स्मार्टफोन
श्याओमी, रियलमी, ओप्पो, विवो जैसे नामों से लेकर सैमसंग, वनप्लस व नोकिआ जैसे ब्रांड्स भी इंडिया में अपने 5जी स्मार्टफोन लॉन्च कर रहे हैं। ये 5जी फोन मार्केट में हर बजट में उपलब्ध हो चुके हैं और उपभोक्ता भी नई और एडवांस टेक्नोलॉजी तथा 5जी नेटवर्क के लालच में आकर इन मोबाइल फोंस को खरीद रहे हैं। यहां हम साफ शब्दों में कहना चाहते हैं कि 5जी चलाने के लिए खरीदे गए ये स्मार्टफोन फिलहाल भारत में पूरी तरह से बेकार है। जब तक आप तक 5जी नेटवर्क पहुॅंचेगा, तब तक ये मोबाइल फोन खराब भी हो चुके होंगे और टेक्नोलॉजी व फीचर्स के मामले में पुराने और आउट डेटेड हो चुके होंगे।
बेस्ट ऑप्शन 4जी फोन
आज बेशक ट्रेंड को फॉलो करते हुए मोबाइल कंपनियां कम कीमत पर 5जी स्मार्टफोन लॉन्च कर रही है लेकिन यह सच है कि ऐसे मोबाइल फोंस को खरीदने के बेहतर है कि एक अच्छा 4जी फोन ही खरीदा जाए। कम दाम में 5जी फोन लाने के चक्कर में इन स्मार्टफोंस में फीचर्स और स्पेसिफिकेशन्स से समझौता किया जा रहा है। इन फोन में 5जी तो चलता नहीं हैं वहीं साथ में अन्य स्पेसिफिकेशन्स भी फीकी पड़ जाती है। इनकी तुलना में 4जी स्मार्टफोन बेहतर फीचर्स और दमदार स्पेसिफिकेशन्स से लैस होते हैं। इसीलिए बेस्ट ऑप्शन यही है कि 5जी फोन की बजाय एक अच्छा 4जी स्मार्टफोन खरीदा जाए।