दुनिया के 150 प्रसिद्ध रेस्तरां की लिस्ट जारी की गई है। इनमें भारत के भी कई शामिल हैं। यात्रा ऑनलाइन गाइड टेस्ट एटलस ने इसे जारी किया है। गाइड के अनुसार, ये फूड जॉइंट्स सिर्फ भोजन के लिए ही सही स्थान नहीं हैं, बल्कि इनकी तुलना दुनिया के सबसे प्रसिद्ध संग्रहालयों, दीर्घाओं और स्मारकों से की जा सकती है। आपको बता दें कि इस लिस्ट में वियना, फिग्ल्मुलर (ऑस्ट्रिया) टॉप पर है। इसके बाद अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित काट्ज्स डेलिसटेसन का नाम आता है। वहीं, इंडोनेशिया के सानूर में वारुंग माक तीसरे स्थान पर आता है। इसके अलावा, भारत के अमरीक सुखदेव ढाबा, टुंडे कबाबी, पीटर कैट जैसे भारतीय रेस्तरां को भी जगह मिली है।
खुशी की बात है कि भारत के सात रेस्तरां ने दुनिया के 150 सबसे प्रसिद्ध रेस्तरां की सूची में जगह बनाई है। कोझिकोड के ऐतिहासिक पैरागॉन रेस्तरां को दुनिया का 11वां सबसे प्रसिद्ध रेस्तरां घोषित किया गया है। यहां के बिरयानी को इसका सबसे प्रतिष्ठित व्यंजनॉ बताया गया है।
दुनिया के 150 प्रसिद्ध रेस्तरां की लिस्ट जारी की गई है। इनमें भारत के भी कई शामिल हैं। यात्रा ऑनलाइन गाइड टेस्ट एटलस ने इसे जारी किया है। गाइड के अनुसार, ये फूड जॉइंट्स सिर्फ भोजन के लिए ही सही स्थान नहीं हैं, बल्कि इनकी तुलना दुनिया के सबसे प्रसिद्ध संग्रहालयों, दीर्घाओं और स्मारकों से की जा सकती है। आपको बता दें कि इस लिस्ट में वियना, फिग्ल्मुलर (ऑस्ट्रिया) टॉप पर है। इसके बाद अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित काट्ज्स डेलिसटेसन का नाम आता है। वहीं, इंडोनेशिया के सानूर में वारुंग माक तीसरे स्थान पर आता है। इसके अलावा, भारत के अमरीक सुखदेव ढाबा, टुंडे कबाबी, पीटर कैट जैसे भारतीय रेस्तरां को भी जगह मिली है।
खुशी की बात है कि भारत के सात रेस्तरां ने दुनिया के 150 सबसे प्रसिद्ध रेस्तरां की सूची में जगह बनाई है। कोझिकोड के ऐतिहासिक पैरागॉन रेस्तरां को दुनिया का 11वां सबसे प्रसिद्ध रेस्तरां घोषित किया गया है। यहां के बिरयानी को इसका सबसे प्रतिष्ठित व्यंजनॉ बताया गया है।
टेस्ट एटलस ने कहा, ”केरल के कोझिकोड में पैरागॉन समृद्ध गैस्ट्रोनॉमिक इतिहास का प्रतीक है। यहां की बिरयानी काफी खास है। यह इनकी सदियों पुरानी खासियत है। इसे स्थानीय रूप से प्राप्त सामग्री से ही तैयार किया जाता है।” आपको बता दें कि इस रेस्तरां की स्थापना 1939 में की गई थी। रेस्तरां स्थानीय उत्पादों को प्रदर्शित करने और पारंपरिक खाना पकाने के तरीकों को अपनाने में गर्व महसूस करता है।
12वें स्थान पर लखनऊ की टुंडे कबाबी है। यह अपने मुगलई व्यंजनों के लिए बेहद लोकप्रिय है। यहां का गलौटी कबाब काफी फेसम है। इसे कच्चे पपीते और विभिन्न प्रकार के मसालों के साथ बारीक कीमा से तैयार किया जाता है। स्वाद एटलस के अनुसार, इसकी विशिष्ट स्वाद प्रोफाइल और इसके निर्माण के पीछे की विरासत ने टुंडे कबाबी को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित कर दिया है।
कोलकाता का पीटर कैट, मुरथल का अमरीक सुखदेव ढाबा, बैंगलोर का मावली टिफिन रूम, दिल्ली का करीम और मुंबई का राम आश्रय को क्रमशः 17वां, 23वां, 39वां, 87वां और 112वां स्थान मिला है।(एएमएपी)