बीरगंज कस्टम से सबसे अधिक टमाटर भेजा गया है। कस्टम अधिकारी रामचन्द्र शर्मा ढकाल ने बताया कि पिछले 15 दिनों में इस नाका से करीब 6 लाख 50 हजार किलो टमाटर भारत भेजा गया है। सरकारी आंकड़ों में इस टमाटर का मूल्य करीब 73 लाख 70 हजार है। नेपाल और भारत के बीच सबसे बड़ा व्यापारिक नाका बीरगंज का ही है जहां से पूरे देश का आयात-निर्यात का 70 प्रतिशत कारोबार होता है। बीरगंज नाका बिहार के रक्सौल से लगा हुआ है।
बीरगंज के बाद काकडभिट्टा नाका से सबसे अधिक मात्रा में टमाटर भारत में भेजा गया है। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी से जुडे इस नाका से करीब 30 हजार किलो टमाटर भेजा गया है जिसकी कीमत पांच लाख के आसपास बताई गई है। कांकडभिट्टा नाका पर रहे नेपाल कस्टम विभाग के अधिकारी भूप बहादुर क्षत्री ने कहा कि निजी व्यापारियों ने भी अपने स्तर पर करीब 2.5 लाख किलो टमाटर अब तक भेजा है।
उत्तर प्रदेश के सुनौली गोरखपुर के करीब नेपाल के भैरहवा नाका से सरकारी माध्यम से 10 हजार किलो टमाटर पिछले 15 दिनों में भेजा गया है। भैरहवा कस्टम विभाग के प्रमुख मणिराम पौडेल ने कहा कि इस नाका से निजी व्यापारियों ने करीब 20 दिन पहले से ही टमाटर भेजना शुरू कर दिया था लेकिन सरकारी कोटे से अभी एक हफ्ते से ही भेजा जा रहा है।
नेपाल के नेपालगंज नाका से भी 10 हजार किलो टमाटर का निर्यात किया जा चुका है। नेपालगंज कस्टम विभाग से जानकारी मिली है कि उत्तर प्रदेश के कई मंडी वाले नेपाल के व्यापारियों से सीधे संपर्क कर टमाटर का भारत में आयात कर रहे हैं। नेपाल के कस्टम विभाग ने बताया कि सरकारी प्रक्रिया पूरा कर भारत भेजे गए टमाटर की कुल कीमत करीब 80 लाख है। यानी करीब 12 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से टमाटर भारत भेजा गया। एक समय भारत में टमाटर की कीमत 200 रुपए के पार हो गई थी, जिसके बाद नेपाल से टमाटर आयात करने का फैसला लिया गया था।(एएमएपी)