छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक 93 साल के बुजुग्ग इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान जीवन में पहली बार मतदान करेंगे. जिलाधिकारी प्रियंका शुक्ला के नेतृत्व में जिले में चलाये गये डोर-टू-डोर अभियान के दौरान बुजुर्ग का नाम मतदाता सूची में जोड़ा गया है. भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम भैंसाकन्हार (के) निवासी शेर सिंह हेडको (93) इस विधानसभा चुनाव में पहली बार मतदान करेंगे. कई साल बीत जाने के बाद भी उनका नाम सूची में नहीं जोड़ा गया. इसके अलावा उनका गलत दस्तावेजों भी इसकी वजह हो सकती है।

शेर हेडको के रिश्तेदारों ने कहा कि, उनका नाम मतदाता सूची में जोड़े जाने के बाद वह अपने प्रतिनिधि को चुनने के लिए उत्साहित हैं, क्योंकि वह ठीक से बोलने में असमर्थ हैं. जिले में मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है और इस पहल के तहत बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) मतदाता सूची में छूटे हुए व्यक्तियों के नाम दर्ज करने के लिए घर-घर अभियान चला रहे हैं. इस पहल के तहत बीएलओ राजेंद्र कोसमा शेर सिंह के पोते का नाम दर्ज करने गए थे, तो उन्हें पता चला कि बुजुर्ग का नाम भी सूची में नहीं जोड़ा गया है और उन्होंने एक बार भी अपने मतदान अधिकार का प्रयोग नहीं किया है. इसके बाद शेर सिंह की औपचारिकताएं पूरी की गईं।

कई बुजुर्गों का वोटर्स लिस्ट में इस बार जुड़ा नाम

कांकेर जिला कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने कहा कि, यह हमारे बीएलओ की एक उल्लेखनीय उपलब्धि है कि उन्होंने उन लोगों से संपर्क किया, जो कुछ कारणों से मतदाता सूची में छूट गए थे. उन्होंने लोगों के घर-घर जाकर उनसे संपर्क किया और उनका नाम जोड़ा. सक्रिय रूप से काम करते हुए बीएलओ ने लोगों के नाम जोड़े. लोगों को आवश्यक दस्तावेजों की व्यवस्था करने में मदद की गई और इसके साथ ही शेर सिंह हेडको का नाम भी जोड़ा गया. इसके अलावा अंतागढ़ और भानुप्रतापपुर ब्लॉक में कई वरिष्ठ नागरिकों के नाम भी इस बार जोड़े गए।

ऐसे जुड़ गया नाम

शेर सिंह हिड़कों के मतदाता सूची में नाम जोड़ने वाले बीएलओ राजेन्द्र कोसमा शिक्षक ने बताया कि वह शेर सिंह के पोती का नाम जोड़ने उनके घर गया था. इस दौरान उनकी मुलाकात शेर सिंह से हुई बीएलओ द्वारा पूछने पर शेर सिंह हिड़कों टूटी-फुटी भाषा व इशारों में बताया कि उनका नाम अभी तक मतदाता सूची में शामिल नहीं किया गया है. जिसके बाद बीएलओ ने तुरंत ही शेर सिंह हिड़कों का नाम लिखकर जिले के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉक्टर प्रियंका शुक्ला के पास भेजा. वही तुरंत ही डॉक्टर प्रियंका शुक्ला ने इसको संज्ञान में लेते हुए उनका नाम मतदाता सूची जुड़वाया है।

गांव में 90 प्लस के तीन मतदाता

इससे पहले भी सर्वे किया गया था, लेकिन उस दौरान बुजुर्ग मतदाता का नाम जुड़ जाने की जानकारी बस मिली  थी. इस बार सर्वे के दौरान उनसे मतदाता सूची में नाम जुड़ जाने की जानकारी ली तो उनका नाम नहीं जुड़ा था. अब उनका नाम जोड़ दिया गया है. उन्होंने बताया कि इसी गांव में 90 प्लस के तीन मतदाता है. अब तक नाम नहीं जुड़ने को लेकर बीएलओ राजेश कोसमा ने बताया कि बुजुर्ग अपनी पत्नी के साथ खेत की लाड़ी के तरफ निवासरत थे. पत्नी के मौत के बाद वापस गांव के घर में अपने बेटे के पास रहने लगे हैं. खेत लाड़ी में रहने के चलते उनका नाम अब तक नहीं जुड़ पाया था. बीएलओ द्वारा उन्हें मतदान के महत्व को समझाते हुए मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए प्रेरित किया गया।

93 साल के शेर सिंह पलली बार करेंगे मतदान

इसके बाद मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए आधार कार्ड, फोटो  इत्यादि उपलब्ध कराने पर शेर सिंह हिड़को का नाम मतदाता सूची में पहली बार जोड़ा गया. साथ ही उन्हें इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में मतदान करने के लिए प्रोत्साहित किया गया और अब उन्होंने मतदान करने की बात  कही है. पहली बार लोकतंत्र के इस महापर्व में 93 साल के शेर सिंह  मतदान करेंगे. गौरतलब है कि मतदाता सूची का द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत कांकेर की तीनों विधानसभाओं से लगभग 74 हजार 745 आवेदन प्राप्त हुए हैं।

मतदाता सूची में नाम जोड़ने के लिए 32 हजार 299 आवेदन, नाम विलोपित करवाने के लिए 24 हजार 129 आवेदन और संशोधन के लिए 18 हजार 317 आवेदन प्राप्त हुए हैं. वहीं पहली बार हुआ है कि अंदरुनी गांव में रहने वाले कई मतदाताओं का नाम पहली बार सूची में शामिल किया गया, जिसमें  80 वर्ष तक के बुजुर्ग शामिल हैं।  (एएमएपी)