चीन में बढ़ते मामलों पर डब्ल्यूएचओ ने जताई चिंता।
कोरोना प्रतिबंधों में ढील
यहां सरकार ने जैसे ही कोरोना प्रतिबंधों में ढील दी वैसे ही मामलों में भयंकर उछाल देखा गया। अस्पतालों में एक-एक बेड के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं। मेडिकल स्टोर पूरी तरह से खाली हो चुके हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका ने चेतावनी दी है कि प्रकोप अब बाकी दुनिया के लिए चिंता का विषय है। चीन के पूर्वोत्तर से लेकर इसके दक्षिण-पश्चिम तक, श्मशान घाट के कर्मचारियों ने एएफपी एजेंसी को बताया कि इतनी मौतें हो रही हैं कि वो भी परेशान हो गए हैं।
जीरो कोविड पॉलिसी पूरी तरह से फेल
चीन में हर तरफ मातम है, लाखों लोगों के मारे जाने की खबर है। लेकिन ये और बात है कि चीन इसका आंकड़ा पेश नहीं कर रहा है। देश में जीरो कोविड पॉलिसी पूरी तरह से फेल है। संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं इस बीच एक्सपर्ट ने चीन में कोरोना को लेकर जो चेतावनी दी है वो तो और खौफनाक है। चीनी एक्सपर्ट ने विंटर के तीन महीने में कोरोना के और विस्फोट होने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि अगले तीन महीने में कोरोना की तीन और लहर आने की चेतावनी दी है।
जनवरी से शुरू होगी पहली लहर
चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुख्य महामारी विज्ञानी वू जुन्यो ने कहा कि वर्तमान में जो कोरोना का प्रकोप है, इसकी तीन लहर और आएगी। जुनयू के मुताबिक, पहली लहर अभी से जनवरी के मध्य तक चलेगी। इसके तुरंत बाद दूसरी लहर शुरू हो जाएगी। जुन्यो का कहना है लाखों लोगों के मास ट्रैवलिंग के कारण ऐसा होने की संभावना है। मुख्य महामारी विज्ञानी जुन्यो ने आगे कहा कि चीन में कोरोना की तीसरी लहर फरवरी के अंत तक आएगी जो मध्य मार्च तक रहेगी। चीन में कोरोना संक्रमण के कारण अस्पतालों में लंबी लंबी कतारें लगी हुई हैं। लोगों को बेड तक नहीं मिल पा रहा है।
कोरोना के नए BF.7 वैरिएंट से चीन में बिगड़े हालात
चीन में कोविड के नए BF.7 सब वैरिएंट की वजह से संक्रमण के मामलों में तेजी से उछाल आया है। वहां स्थिति साल 2020 जैसी होती दिख रही है। सभी अस्पतालों में कोविड संक्रमितों से बेड भरे पड़े हैं, जबकि फार्मेसी की दुकानों में जरूरी दवाएं कम पड़ रही हैं। हालात ऐसे हैं कि फ्लू जैसे लक्षणों को कम करने के लिए बुखार की दवाएं और दर्द निवारक दवाएं खरीदने के लिए भी चीन में लोगों को हाथ-पांव मारने पड़ रहे हैं। हॉन्गकॉन्ग, मकाओ, ताइवान और दूर-दराज के इलाकों में दवा की दुकानों पर टाइलेनॉल और एडविल के जेनेरिक संस्करण नहीं मिल रहे हैं। पूरे चीन में लोग दवा नहीं मिलने से हलकान हैं। सरकार ने कुछ स्थानीय फार्मेसियों को बिक्री सीमित करने का आदेश दिया है। नतीजतन लोग डिब्बाबंद आड़ू खरीद कर घरेलू उपचार कर रहे हैं। इसकी भी दुकानों में किल्लत हो गई है। (एएमएपी)