बिहार के गया में चल रही कालचक्र पूजा के दौरान कोराना जांच में चार विदेशी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। गया में इन दिनों कालचक्र पूजा का आयोजन करवाया जा रहा है। इसमें मुख्य रूप से तिब्बती आध्यात्मिक बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा शामिल हुए हैं। दलाई लामा अगले एक महीने तक गया में रहने वाले हैं। उनके बिहार आगमन और इस पूजा को लेकर काफी बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायियों का बोधगया में जमावड़ा लग रहा है। जिसमें विदेशी अनुयायियों की भी काफी संख्या है। इसे देखते हुए यहां स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है।बोधगया की कालचक्र पूजा में स्वास्थ्य विभाग को यह सूचना मिली कि यहां 33 लोगों को सर्दी-खांसी की शिकायत है। जिसके बाद विभाग द्वारा सभी की आरटीपीसीआर जांच कराई गई, जिसमें चार की रिपोर्ट संक्रमित आई है। ये सभी 33 यात्री गया एयरपोर्ट पर 20 दिसम्बर को बैंकॉक से आए थे। संक्रमित में तीन बैंकाक के रहने वाले हैं। जिन्हें बोधगया के एक होटल में मेडिकल किट देकर आइसोलेट कर दिया गया है, वहीं एक म्यांमार का रहने वाला था जो दिल्ली रवाना हो चुका है।

बोधगया में तिब्बती आध्यात्मिक बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा एक महीने के प्रवास पर हैं। उनका तिब्बत मंदिर में आवासन स्थल बनाया गया है। वे 29 दिसम्बर से 31 दिसम्बर तक कालचक्र मैदान में प्रवचन देंगे। उनके प्रवचन में शामिल होने के लिए 50 से अधिक देशों से विदेशी पर्यटक, बौद्ध अनुयायी और बौद्ध लामाओ ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है। ऐसे में कोरोना के नए वेरिएंट को लेकर बोधगया में आयोजित प्रवचन में मास्क की अनिवार्यता की एडवाइजरी डीएम डॉ त्यागराजन एसएम ने जारी की है।

भारत में बीते 24 घंटों में कोरोना के 196 नए मामले सामने आए हैं और दो लोगों की मौत हो गई है। वहीं सक्रिय मामले बढ़कर 3,432 हो गए हैं। इस बीच पड़ोसी देश चीन में कोरोना के कहर को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को तैयारियों को दुरुस्त करने के लिए कहा है। लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा गया है।  (एएमएपी)