देश के सबसे बड़े धुबड़ी-फूलबारी को जोड़ने वाले पुल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। पुल के तैयार होने पर मानकचार और दक्षिण सलमारा निर्वाचन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए पीड़ादायक यात्रा से छुटकारा मिल जाएगा। धुबड़ी-फूलबारी पुल पूर्वोत्तर भारत में असम और मेघालय से होकर बहने वाले ब्रह्मपुत्र नदी पर निर्माणाधीन है। बांग्लादेश सीमा के पास स्थित निर्माणाधीन पुल को असम के धुबड़ी से मेघालय के फूलबारी से जोड़ा जाएगा।पुल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फरवरी 2021 में किया था और अबतक लगभग 20 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। केंद्र सरकार की लुक ईस्ट पॉलिसी के तहत पूर्वोत्तर क्षेत्र के व्यावसायिक विकास के लिए देश के सबसे बड़े पुल पर काम शुरू कर दिया गया है। यह धोला-सादिया स्थित भूपेन हजारिका पुल का रिकॉर्ड तोड़ देगा।

धोला-सदिया पुल की लंबाई 9.15 किमी है जबकि, निर्माणाधीन धुबड़ी-फुलबारी की लंबाई 20 किमी है। जानकारी के मुताबिक पुल का नदी वाला हिस्सा 12.6 किमी का होगा। एल एंड टी नामक कंपनी को इस पुल को बनाने का काम सौंपा गया है। दिन-ब-दिन अत्याधुनिक तकनीक के जरिए निर्माण का काम जोरों पर चल रहा है और उम्मीद है कि 2026 तक यह परियोजना पूरी हो जाएगी।

ज्ञात हो कि बांग्लादेश की सीमा से लगे धुबड़ी और फूलबारी के बीच ब्रह्मपुत्र नद पर निर्माणाधीन देश के सबसे बड़ा पुल पूर्वोत्तर के साथ ही असम और मेघालय के बीच वाणिज्यिक विकास को गति प्रदान करने के अलावा पड़ोसी देश बांग्लादेश को भी लाभान्वित करेगा।

पुल के बन जाने से इलाके में यातायात व्यवस्था बेहतर होने के साथ धुबड़ी जिला और दक्षिण सालमारा-मानकचार जिला के लोग वाणिज्यिक क्षेत्र में लाभान्वित होंगे। आजादी के बाद से जलमार्ग के जरिए इंजन संचालित नौकाओं को इस क्षेत्र में ब्रह्मपुत्र नद को पार करने में 6/7 घंटे का समय लगता था, लेकिन एक बार पुल बन जाने पर यह यात्रा 1 घंटे में पूरी हो जाएगी।

पुल बनने से 203 किमी लंबा नदी मार्ग 20 किमी की दूरी में सिमट जाएगा। जिले के लोगों ने मांग की है कि सरकार पुल के निर्माण के साथ-साथ मानकचार को असम के रास्ते हाटशिंगिमारी होते हुए दक्षिण सालमारा से जोड़ने वाली चार लेन की सड़क का भी निर्माण करे। इस सड़क के बनने पर दक्षिण सालमारा मानकचार जिला के लोगों को असम के रास्ते पहुंचाया जा सके। (एएमएपी)