राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर के लिए निकली अपनी भारत जोड़ो यात्रो को काफी सफल करार दिया है। उन्होंने तंज भरे लहजे में आरएसएस और भाजपा को धन्यवाद भी दिया। राहुल ने आरएसएस और बीजेपी को अपना गुरु बताते हुए कहा कि वे हमें अच्छी ट्रेनिंग दे रहे हैं। वहीं, भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राहुल गांधी अगर बीजेपी और आरएसएस को अपना गुरु मानते हैं तो नागपुर आए और वहां जाकर भारत माता के झंडे के आगे सिर झुकाएं।

दरअसल, शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि मैं बीजेपी और आरएसएस के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं, क्योंकि वे जितना अधिक हमें निशाना बनाते हैं, यह किसी न किसी तरह से हमारी मदद करता है। राहुल ने कहा कि, ”जब मैंने इसे (भारत जोड़ो यात्रा) शुरू किया, तो मैंने इसे कन्याकुमारी से कश्मीर तक की एक सामान्य यात्रा के रूप में लिया। धीरे-धीरे हम समझ गए कि इस यात्रा में एक आवाज और भावनाएं हैं।”

बीजेपी-आरएसएस को क्यों बताया गुरु?

उन्होंने आगे कहा, ”मैं खासतौर से आरएसएस और भाजपा के लोगों को धन्यवाद करता हूं, क्योंकि वे जितना आक्रमण करते हैं उतना हमें सुधार करने का मौका मिलता है। मैं चाहता हूं कि वे और जोर से आक्रमण करें जिससे कांग्रेस पार्टी को अपनी विचारधारा अच्छे से समझ आए।” राहुल ने कहा, ”मैं उनको (आरएसएस-बीजेपी को) अपना गुरु मानता हूं कि वह मुझे रास्ता दिखा रहे हैं कि क्या करना चाहिए और क्या नहीं। वे हमें अच्छी ट्रेनिंग दे रहे हैं।”

असम के मुख्‍यमंत्री सरमा ने किया पलटवार

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी को जवाब दिया है। सरमा ने कहा कि “अगर वह भाजपा को गुरु मानते हैं तो उन्हें नागपुर जाना चाहिए। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि उन्हें आरएसएस और बीजेपी को अपना गुरु नहीं, बल्कि भारत माता के झंडे को मानना चाहिए।” सरमा ने आगे कहा कि नागपुर में उनका स्वागत है, उन्हें भारत माता के ध्वज के आगे गुरु दक्षिणा देनी चाहिए।

राहुल को ठंड नहीं लगती है तो तवांग लेकर चलते हैं

हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राहुल गांधी की हाफ टी-शर्ट एक फैशन स्टेटमेंट है और यह व्यक्तिगत है। अगर राहुल गांधी को ठंड से डर नहीं लगती है तो उन्हें तवांग ले चलते हैं। असम के सीएम ने आगे कहा- जिस तरह से जनसंख्या बढ़ रही है, यह असली समस्या है। बड़े भारतीय समुदाय को वापस लड़ना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भारतीय जनसांख्यिकी में परिवर्तन ना हो।

अपनी सुरक्षा को लेकर क्या बोले राहुल?

राहुल गांधी से उनकी सुरक्षा को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा उठाए गए सवाल के बारे में जब पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”जब उनके वरिष्ठ नेता बुलेट प्रूफ गाड़ी से बाहर आते हैं तो कोई चिट्ठी नहीं जाती। उनके नेताओं ने रोड शो किए, खुली जीप में गए जो प्रोटोकॉल के खिलाफ है। उनके लिए प्रोटोकॉल अलग, मेरे लिए अलग। सीआरपीएफ जानती है कि मेरे लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं।”

मायावती और अखिलेश भी देश में मोहब्‍बत चाहते : राहुल

राहुल की यात्रा 3 जनवरी को उत्तर प्रदेश पहुंचने वाली है। वहीं, मायावती और अखिलेश यादव ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है। इसको लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, ”विपक्ष के नेता हमारे साथ खड़े हैं और यह हमें मालूम हैं। भारत जोड़ो यात्रा के दरवाजे उन सबके लिए खुले हैं जो भी भारत को जोड़ना चाहते हैं। हम भारत जोड़ो यात्रा में आने के लिए किसी को नहीं रोकेंगे। मायावती जी और अखिलेश जी हिंदुस्तान में मोहब्बत चाहते हैं, नफरत नहीं।” (एएमएपी)