भारत से मोरक्को तक जांच हुई अनिवार्य।
ये देश भी करेंगे जांच
इटली, स्पेन, मलेशिया, दक्षिण कोरिया और मोरक्को ने भी चीन से आने यात्रियों की कोरोना जांच अनिवार्य कर दी है। चीन में हालात और बिगड़ने की स्थिति में कई देश चीन से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगाने का विचार भी कर रहे हैं।
जापान
चीन से आने वाले यात्रियों को निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। पॉजिटिव पाए जाने वालों को सात दिनों के लिए क्वारंटीन किया जाएगा। ये नियम 30 दिसंबर की रात से प्रभावी कर दिए गए हैं। सरकार चीन के लिए उड़ानें बढ़ाने के लिए एयरलाइंस के अनुरोधों को भी सीमित कर सकती है।
अमेरिका
पांच जनवरी से चीन से आने वालों के लिए कोरोना परीक्षण अनिवार्य कर दिया गया है। दो या दो वर्ष से अधिक उम्र के यात्रियों को दो दिन के भीतर की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी। रोकथाम केंद्र ने कहा कि अमेरिकी नागरिकों को चीन, हांगकांग और मकाऊ की यात्रा से बचना चाहिए।
ब्रिटेन
स्वास्थ्य विभाग ने चीन से ब्रिटेन आने से पहले कोरोना की जांच करवाना अनिवार्य कर दिया है। निगेटिव रिपोर्ट वालों को ही ब्रिटेन आने दिया जाएगा। ये नियम पांच जनवरी से लागू होंगे।
भारत
चीन, हांगकांग, जापान, दक्षिण कोरिया और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य है। पॉजीटिव पाए जाते हैं या उनमें लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें क्वारंटाइन किया जाएगा।
मोरक्को ने चीन से आने वाले सभी यात्रियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया
मोरक्को ने चीन से आने वाले सभी यात्रियों के देश में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा कि चीन में कोविड-19 से संबंधित स्वास्थ्य स्थिति और चीन के लोगों के साथ नियमित और सीधे संपर्क और मोरक्को में कोरोना की एक नई लहर से बचने के लिए अधिकारियों ने पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना से आने वाले सभी यात्रियों के मोरक्को में प्रवेश पर रोक लगाने का निर्णय लिया है।
जिनपिंग ने भी स्वीकारी बिगड़े हालात की बात
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को स्वीकार किया कि देश भर में चल रही कोविड-19 की मौजूदा लहर ‘एक नये चरण में प्रवेश कर गई है’ और ‘कड़ी चुनौतियां बरकरार हैं। दरअसल, इस कम्युनिस्ट देश से आने वाले यात्रियों की कोविड जांच के लिए भारत और अन्य देशों द्वारा कदम उठाये जाने के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बीजिंग को कोरोना वायरस के स्वरूपों के बारे में और अधिक डेटा मुहैया करने को कहा है। शी ने राष्ट्र के नाम अपने नववर्ष संबोधन में कहा, ‘हम अब कोविड-19 से लड़ने के एक नये चरण में प्रवेश कर गये हैं, जहां कड़ी चुनौतियां बरकरार हैं।’ उन्होंने कहा ‘यह एक आसान सफर नहीं रहा है’ क्योंकि देश को अभूतपूर्व मुश्किलों और चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। (एएमएपी)