आपका अख़बार ब्यूरो । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू अपने दो दिवसीय दौरे पर आबू रोड-माउंट आबू पहुंचीं। दौरे के दूसरे दिन बुधवार को माउंट आबू में ब्रह्माकुमारी संस्थान के ज्ञान सरोवर अकादमी में ब्रह्ममुहूर्त में सुबह 3.30 बजे उठी और करीब 4.30 बजे तक मेडिटेशन किया। राष्ट्रपति ने मेडिटेशन के बाद सुबह 7 बजे आध्यात्मिक सत्संग (मुरली क्लास) में भाग लिया, जो 7.45 बजे तक चली।

शिवबाबा का ध्यान करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु।
ब्रह्माकुमारीज संस्थान के संस्थापक ब्रह्मा बाबा के समाधिस्थल शांति स्तंभ पर पुष्पांजली अर्पित करते हुए राष्ट्रपति।

इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे ऐसा महसूस होता है मुश्किलों के दौर में परमात्मा मेरी मदद करता है। जीवन में उतार-चढ़ाव के दौर में परमात्मा ने कभी कमजोर महसूस नहीं पडऩे दिया। आपको जीवन में समय से पहले कुछ नहीं मिलता है। समय आने पर सब मिलता है। आज भी पहले की तरह रोज मेडिटेशन के साथ ही सुबह की शुरुआत होती है। अपने दो दिन के प्रवास के दौरान राष्ट्रपति ने ध्यान-साधना, एकांत और सात्विक भोजन को विशेष तरजीह दी।

संस्थान के इतिहास को प्रदर्शित करते छायाचित्रों का हिस्ट्री हॉल में अवलोकन करते हुए।
ज्ञान सरोवर में राष्ट्रपति के आगमन पर कलश लेकर ब्रह्माकुमारी बहनों ने की अगवानी।

इसके बाद राष्ट्रपति नाश्ते के बाद सुबह 10 बजे संस्थान के पांडव भवन परिसर पहुंचीं। जहां ब्रह्मा बाबा के समाधि स्थल शांति स्तंभ पर पहुँचकर पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही मेडिटेशन रूम, बाबा की कुटिया, बाबा के कमरे में पहुँचकर एकांत में कुछ देर शिव बाबा का ध्यान किया। हिस्ट्री हॉल में संस्थान के इतिहास को जाना। पांडव भवन में अवलोकन के बाद राष्ट्रपति वापस ज्ञान सरोवर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। दोपहर में राष्ट्रपति वायुसेना के विशेष विमान से मानपुर हवाई पट्टी से प्रस्थान कर गईं।

ज्ञान सरोवर ने पौधारोपण भी किया।

बता दें कि इस वर्ष संस्थान की ओर से कल्पतरुह अभियान चलाया गया था। जिसके तहत देशभर में दस लाख से अधिक पौधे रोपे गए। वहीं शाम को संस्थान के वरिष्ठ भाई बहनों से मुलाकात की। इस दौरान कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय भाई ने संस्थान की सामाजिक सेवाओं के बारे में बताया। वहीं कल्पतरुह अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस मौके पर ज्ञान सरोवर की निदेशिका बीके डॉ. निर्मला दीदी, कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय, ब्रह्माकुमारीज की संयुक्त मुख्य प्रशासिका बीके शशि दीदी, वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका बीके शीलू दीदी, मीडिया निदेशक बीके करुणा भाई भी मौजूद रहे।