होम लोन की ब्याज दरों में बढ़ोतरी होने के बावजूद देश में ऐसे भी कुछ शहर हैं जहां इसका अब तक कोई असर होना सामने नहीं आया है। इन सात प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री 3.65 इकाई के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. घरों की बिक्री का पिछला रिकॉर्ड 2014 में बना था ।  दरअसल, इस मामले में एनारॉक ने जानकारी साझा की है ।संपत्ति सलाहकार कंपनी के आंकड़ों के अनुसार, सात प्रमुख शहरों में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे में घरों की बिक्री इस समय 54 प्रतिशत बढ़कर 3,64,900 इकाई पर पहुंच गई है। जबकि इससे पहले इन सात शहरों में कुल 2,36,500 घर बेचे गए थे।

मुंबई महानगर क्षेत्र में  सबसे अधिक 1,09,700 घर बेचे गए. इसके बाद 63,700 इकाई के साथ दिल्ली-एनसीआर का नंबर आता है।  आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में घरों की बिक्री 59 प्रतिशत बढ़कर 63,712 इकाई हो गई है।  एमएमआर में घरों की बिक्री 44 प्रतिशत बढ़कर 1,09,733 इकाई पर पहुंच गई। पुणे में घरों की बिक्री में 59 प्रतिशत बढ़कर 57,146 इकाई का इजाफा हुआ है।

बेंगलुरु में आवासीय इकाइयों की बिक्री 50 प्रतिशत बढ़कर 49,478 इकाई पर पहुंच गई है। वहीं, हैदराबाद में, आवासीय संपत्तियों की बिक्री 87 प्रतिशत बढ़कर 47,487 इकाई जा पहुंची है। इसके अलावा चेन्नई में घरों की बिक्री पिछले साल के 12,525 इकाई से 29 प्रतिशत की बढ़त हासिल की है। कोलकाता के बाजार में बिक्री इस साल 62 प्रतिशत बढ़ी हुई दिखाई दे रही है। कुल मिलाकर देश के ये वह सात शहर हैं, जहां आज लगातार लोग महंगाई के बाद और लोन प्रतिशत में इजाफा होने के बाद भी पैसा लगा रहे हैं। महंगे से महंगा घर खरीद रहे हैं। इससे यह भी पता चल रहा है कि देश की सबसे ज्यागदा पूंजी इन्हीं सात शहरों में है। (एएमएपी)