आनंद और उत्साह का महीना फाल्गुन 6 फरवरी से प्रारंभ हो रहा है। जो कि 7 मार्च 2023 तक रहेगा। पंचांग के अनुसार यह हिंदू पंचांग का साल का आखरी महीना होता है। इसके बाद चैत्र मास की शुरुआत होगी। फाल्गुन मास से ग्रीष्म ऋतु का आगमन होने लगता है। इस मास का नाम फाल्गुन होने का कारण यह है। की इस महीने की पूर्णिमा तिथि यानी कि फाल्गुन पूर्णिमा को फाल्गुनी नक्षत्र होता है।बालाजी धाम काली माता मंदिर के ज्योतिषाचार्य डॉं सतीश सोनी के अनुसार 6 फरवरी से आनंद और उत्साह का महीना फाल्गुन प्रारंभ हो रहा है। वही इसके एक दिन पहले यानी कि 5 फरवरी को माघ मास की पूर्णिमा चार महा संयोग में मनाई जाएगी।

माघ मास पूर्णिमा तिथि का आरंभ 4 फरवरी रात्रि 9 बजकर 29 से प्रारंभ होकर 5 फरवरी 2023 रात्रि 11 बजकर 58 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार माघ पूर्णिमा 5 फरवरी 2023 को मनाई जाएगी। इस दिन आयुष्मान योग सूर्योदय से दोपहर 2बजकर 41 तक रहेगा। वही सौभाग्य योग दोपहर 12. 41 मिनट से 6 फरवरी दोपहर 3बजकर 25 तक रहेगा। इसके साथ ही रवि पुष्य योग सुबह 7 बजकर 7 से लेकर 12बजकर 13 तक रहेगा। एवं सुबह 7बजकर 7 से दोपहर 12बजकर 12 तक सर्वार्थसिद्धि योग भी रहेगा। माघ पूर्णिमा पर इन सब योगों में पवित्र नदियों में स्नान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होगी। इसके साथ ही इस दिन चंद्रमा कर्क राशि में प्रवेश करता है। इसलिए यह माना जाता है। की माघी पूर्णिमा पर पवित्र नदियों में स्नान करने से सूर्य और चंद्रमा से जुड़ी हुई सभी तरह की कठिनाइयां दूर होती हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी माघ मास सहायक होता है। माना जाता है यह महीना बदलते मौसम के साथ तालमेल बिठाने में मदद करता है। माघी पूर्णिमा को स्नान से शरीर को बल और शक्ति प्राप्त होती है।

मालव्य राजयोग का निर्माण कुछ इस तरह से

वैदिक ज्योतिष में मालव्य योग का संबंध शुक्र ग्रह से होता है। 15 फरवरी 2023 को शुक्र देव कुंभ राशि से निकलकर अपनी उच्च राशि मीन में प्रवेश करेंगे। शुक्र के मीन राशि में प्रवेश करते ही मालव्य राज्ययोग का निर्माण होगा। यह योग 5 महापुरुष योगों में से एक होता है। इस योग का निर्माण देव गुरु बृहस्पति की राशि मीन में हो रहा है। मीन राशि के जातकों को इसके कई लाभ मिलेंगे। जैसे कैरियर में तरक्की, व्यापार से लाभ आदि इसके अलावा वृषभ, सिंह, धनु और कुंभ राशि के जातकों को भी इसके सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे।

7 फरवरी को बुध का मकर राशि में गोचर

सौरमंडल के सबसे छोटे ग्रह बुध का मकर राशि में गोचर व्यावहारिकता और अच्छे संस्कार को दर्शाता है। इस दौरान मकर राशि में बुध और शनि का भी प्रभाव पड़ेगा। बुध 7 फरवरी 2023 मंगलवार को सुबह 7 बजकर11 पर मकर राशि में गोचर करेंगे।(एएमएपी)