अमेरिका में भारत और भारतीय मूल के लोगों की साख बढ़ती जा रही है। दरअसल अमेरिकी सदन में देश विशेष के सबसे बड़े द्विदलीय गठबंधन ‘कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन अमेरिकन्स’ का सह-अध्यक्ष भारतीय मूल के सांसद रो खन्ना को बनाया गया है। वहीं रिपब्लिकन पार्टी के सांसद माइक वाल्ट्ज को भी सह -अध्यक्ष बनाया गया है। रो खन्ना अमेरिकी की सत्ताधारी डेमोक्रेटिक पार्टी से सांसद हैं।गौरतलब है कि कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन अमेरिकन्स के सह-अध्यक्ष बनने वाले भारतीय मूल के दूसरे सांसद हैं। इनसे पहले भारतीय मूल के एमी बेरा इस प्रतिष्ठित गठबंधन के सह-अध्यक्ष रह चुके हैं। एमी बेरा 2015-2016 के बीच सह अध्यक्ष रहे थे। एमी बेरा के समय में इस कॉकस में वह अकेले भारतीय मूल के सांसद थे लेकिन आज अमेरिकी संसद में भारतीय मूल के सांसदों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है, जिनमें डॉ. एमी बेरा, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति, प्रमिला जयपाल और श्री थानेदार शामिल हैं।
कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन अमेरिकन्स की स्थापना साल 1993 में की गई थी और इसका उद्देश्य दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंधों को मजबूत करना है। कॉकस का सह अध्यक्ष चुने जाने पर रो खन्ना ने कहा कि ‘वह इस कॉकस का सह अध्यक्ष बनाए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हम भारत और अमेरिका के संबंधों को और मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे। भारत हमारी अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से बेहद अहम है’। रो खन्ना लगातार चार बार से कैलिफोर्निया के 17वें कांग्रेसनल जिले से सांसद चुने जा रहे हैं।
वहीं माइक वाल्ट्ज ने सह अध्यक्ष बनने पर कहा कि ‘भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और भारत का अहम रणनीतिक साझीदार भी है। इसलिए मैं हाउस इंडिया कॉकस का सह अध्यक्ष बनाए जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा हूं और यह सुनिश्चित करूंगा कि दोनों देशों के बीच की यह साझीदारी, राजनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा के स्तर पर और मजबूत बने और एशिया और दुनिया भर के लोकतंत्रों की रक्षा की जा सके’।
नई कांग्रेस के सदस्य भारत की रूस के रक्षा क्षेत्र पर निर्भरता को कम करने और भारत और अमेरिका के संबंधों को मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिकी सांसद एंटी बार और मार्क वीजे हाउस इंडिया कॉकस के सह-उपाध्यक्ष होंगे। वहीं सांसद ब्राड शेरमन, जो कि पूर्व में कॉकस के अध्यक्ष रह चुके हैं, उन्हें एमेरिट्स अध्यक्ष बनाया गया है। (एएमएपी)