जोमैटो ने हाल ही में 100 से अधिक कर्मचारियों को निकाल दिया था, लेकिन वह नई भूमिकाओं के लिए 800 लोगों की भर्ती कर रही है। कार्स 24, जिसने पिछले साल 600 कर्मचारियों को निकाला था, उसने घोषणा की है कि वह 500 पदों पर नई भर्तियों के लिए लोगों की तलाश कर रही है। बायजू, जिसने पिछले एक साल में 3,500 से अधिक नौकरियों को समाप्त किया है, अपनी 50 हजार लोगों की टीम में 10 हजार और लोगों को नियुक्त करने की योजना बना रहा है।
वेतन कम मांग रहे
विशेषज्ञ कर्मचारियों की भर्ती में मदद करने वाली कंपनी एक्सफेनो के सह-संस्थापक कमल कारंत के मुताबिक, स्टार्टअप जॉब मार्केट का बुरा दौर काफी हद तक खत्म होता दिख रहा है। उनका कहना है कि उम्मीदवार अब 50 से 60 फीसदी वेतनवृद्धि के लिए सहमति देते दिख रहे हैं , जबकि पहले उन्होंने वही दोगुनी यानी 100 वेतन वृद्धि की मांग कर रहे थे। इससे जॉब ऑफर स्वीकार करने की दर भी 50 फीसदी से बढ़कर 70 फीसदी हो गई है।
कंपनियों की ऐसे उम्मीदवारों पर नजर
सीआईईएल एचआर सर्विसेज के सीईओ और एमडी आदित्य मिश्रा का कहना है कि नए जमाने की कंपनियां कुशल प्रतिभा और अत्यधिक उत्पादक लोगों की तलाश में हैं जो बदलाव को जल्दी से अपना सकें और कंपनी को आगे रख सकें। सीआईईएल व् हाल ही में शीर्ष 60 स्टार्टअप में काम कर रहे 60 हजीर से अधिक कर्मचारियों का सर्वेक्षण किया करने के बाद यह निष्कर्ष पेश किया है।
पीडब्ल्यूसी 30 हजार भर्तियां करेगी
पीडब्ल्यूसी यानी प्राइसवाटरहाउसकूपर ने अगले पांच वर्षों में भारत में 30,000 नई नौकरियों का सृजन करने की योजना की घोषणा की है क्योंकि यह भारत में अपनी उपस्थिति का निर्माण जारी रखे हुए है, संभावित रूप से 2028 तक कर्मचारियों की संख्या 80,000 से अधिक हो जाएगी। यह पीडब्ल्यूसी इंडिया और पीडब्ल्यूसी यूएस के बीच भारत में नए वैश्विक केंद्र स्थापित करने और मौजूदा लोगों को बढ़ाने के लिए एक संयुक्त उद्यम की स्थापना के बाद है जो फर्म को विकास में तेजी लाने और सेवा की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करेगा। फर्म वर्तमान में अपने भारतीय अभ्यास के बीच भारत में 50,000 से अधिक कर्मचारियों को रोजगार देती है। (एएमएपी)