विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने भी पश्चिमोत्तर सीरिया में नए मार्गों के ज़रिए जल्द से जल्द सरलतापूर्वक मदद पहुँचाने की अपील दोहराई है। यूएन एजेंसी ने कहा है कि वो राहत आपूर्ति रवाना करने के लिए तैयार है, मगर यहां आए बार-बार के भूकम्प के कारण सड़क मार्ग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
मध्य पूर्व, उत्तरी अफ़्रीका और पूर्वी योरोप के लिए यूएन एजेंसी में क्षेत्रीय निदेशक कोरिन्ना फ़्लाइशर ने कहा कि इस वजह से राहत वितरण कार्य की गति धीमी हो रही है, जबकि सीमा-पार तेज़ी से मदद पहुँचाए जाने की ज़रूरत है। क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि सीमा-पार से राहत सामग्री को जल्द रवाना किया जाना होगा, और सरकारी नियंत्रण वाले इलाक़ों से विपक्षी क्षेत्रों में दायरा बढ़ाना होगा।
इसके साथ ही कोरिन्ना फ़्लाइशर ने सचेत किया कि पश्चिमोत्तर सीरिया में 90 फ़ीसदी लोग मानवीय सहायता पर निर्भर हैं। यूएन शरणार्थी एजेंसी ने बताया कि भूकम्प से पहले ही जो सहायता सामग्री भंडार केन्द्रों में तैयार थी, उसका वितरण किया जा रहा है। जिसके साथ ही यूएन एजेंसी ने उम्मीद जताई की सरकार के साथ एक समझौते के ज़रिये देश के पश्चिमोत्तर हिस्से में जल्द और नियमित ढंग से राहत पहुँचाना सम्भव होगा।
ख़त्म होती राहत आपूर्ति
कोरिन्ना फ़्लाइशर ने चिन्ता जताई कि राहत सामग्री ख़त्म होती जा रही है और इसलिए जल्द नई आपूर्ति की आवश्यकता होगी। इस क्रम में, उन्होंने बाब अल-सलाम सीमा-चौकी को फिर से खोले जाने का अनुरोध किया है, जोकि पश्चिमोत्तर सीरिया में ही स्थित है। विश्व खाद्य कार्यक्रम ने जानलेवा भूकम्प के बाद के पहले चार दिनों में, अब तक सीरिया और तुर्कीये में एक लाख 15 हज़ार लोगों तक खाद्य सहायता वितरित की है।
भूकंप से अब तक 22 हज़ार लोगों की मौत हुई
अब तक इस आपदा में 22 हज़ार लोगों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग वापिस अपने घरों व इमारतों में जाने से डर रहे हैं, चूँकि उनके ध्वस्त होने का ख़तरा है। मौजूदा हालात में भूकम्प प्रभावितों को कड़ाके की सर्दी में कारों में, टैंटों में और अस्थाई शरण स्थलों में सोने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ज़रूरतमन्द लोगों तक गर्म भोजन, खाने के लिए तैयार राशन और परिवार के लिए ऐसे खाद्य पैकेज उपलब्ध कराए गए हैं, जिन्हें पकाने की आवश्यकता नहीं होती है।
विश्व खाद्य कार्यक्रम ने अब तक सात करोड़ 70 लाख डॉलर मूल्य की खाद्य सामग्री प्रदान की है और तुर्कीये व सीरिया में भूकम्प प्रभावित आठ लाख 74 हज़ार लोगों के लिए गर्म भोजन की व्यवस्था की गई है। इनमें सीरिया में नए विस्थापित दो लाख 84 हज़ार और तुर्कीये में पाँच लाख 90 हज़ार हैं, जिनमें 45 हज़ार शरणार्थी और पाँच लाख 45 हज़ार लोग, आन्तरिक रूप से विस्थापित हुए लोग हैं।
स्वास्थ्य आपात स्थिति
एक अन्य नवीन जानकारी के अनुसार अभी पश्चिमोत्तर सीरिया में स्थित 16 अस्पतालों के लिए चिकित्सा आपूर्ति रवाना की गई है, जहाँ भूकम्प में जीवित बच गए लोगों का इलाज चल रहा है। भारत के साथ ही चिकिस्ता और सर्जरी सम्बन्धी आपूर्ति, दुबई स्थित यूएन एजेंसी के हब से तुर्कीये पहुँची, लेकिन अब भी ज़रूरतें विशाल स्तर पर हैं। दोनों देशों में सैकड़ों स्वास्थ्य केन्द्र क्षतिग्रस्त हुए हैं और अनेक अस्पतालों को भी नुक़सान पहुँचा है। यूएन स्वास्थ्य एजेंसी की प्रवक्ता ने बताया कि संगठन के समन्वय में विशेषज्ञ अन्तरराष्ट्रीय आपात चिकित्सा टीमें तैनात की गई हैं और आने वाले दिनों में इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रशासनों के साथ मिलकर तत्काल काम किया जा सके।
53 लाख लोग बेघर
संयुक्त राष्ट्र और साझीदार संगठनों ने भूकम्प प्रभावितों तक राहत पहुँचाने के लिए प्रयास तेज़ किए हैं। इस बीच, यूएन शरणार्थी ने बताया है कि सीरिया में इस विनाशकारी आपदा के कारण 53 लाख लोगों के बेघर हो जाने की आशंका है। यूएन एजेंसी की सीरिया में प्रतिनिधि सिवान्का धनपाला ने राजधानी दमिश्क से बताया कि देश में 68 लाख लोग पहले से ही विस्थापन का शिकार है, और यह संख्या भूकम्प से पहले की है। उन्होंने कहा कि प्रभावितों तक आश्रय व राहत पहुँचाना, यूएन एजेंसी की प्राथमिकता है और साथ ही, विस्थापितों के लिए टैंट, प्लास्टिक शीट, कम्बल, सोने के लिए गद्दे व सर्दी में पहने जाने वाले कपड़ों की भी व्यवस्था की जाएगी। (एएमएपी)