पीएम मोदी ने शहीदों को किया याद।

14 फरवरी के दिन ही चार साल पहले जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकी हमला हुआ था. ये हमला भारत में हुए बड़े आतंकी हमलों में से एक था. हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए थे. हालांकि इस हमले के बाद भारत ने जिस तरह से पाकिस्तान को सबक सिखाया पहले कभी नहीं हुआ. भारत ने कड़े कदम उठाते हुए पुलवामा हमले का बदला लिया. हमारे बहादुर सैनिकों ने इस हमले का जवाब बालाकोट सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में दिया.

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले की बरसी पर पूरे देश के लोगों ने आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को याद कर अपने श्रृद्धा सुमन अर्पित किए हैं। बता दें कि पुलवामा हमले में देश के 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे। पुलवामा हमले की बरसी पर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई हस्तियों ने श्रद्धांजलि दी है।

पीएम मोदी ने किया शहीदों को याद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, “उन वीरों को याद करा रहा हूं, जिन्हें हमने पुलवामा में खो दिया था। हम उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेंगे। उनका साहस हमें एक मजबूत और विकसित भारत बनाने के लिए प्रेरित करता है।”

अमित शाह ने दी श्रद्धांजलि

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं वर्ष 2019 में आज ही के दिन पुलवामा में हुए भीषण आतंकी हमले में शहीद हुए वीर जवानों को श्रद्धांजलि देता हूं। देश उनके बलिदान को कभी नहीं भूल सकता। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उनका शौर्य और अदम्य साहस हमेशा प्रेरणास्रोत बना रहेगा।

इस दिन को याद कर आज भी भारतीयों की आंखें नम हो जाती है। इस घटना से पूरे देश में आक्रोश और निराशा फैल गई थी। भारत पुलवामा हमले की बरसी के दिन 14 फरवरी के उस दुर्भाग्यपूर्ण दिन पर उन वीर शहीदों को याद करता है, जिन्होंने दुनिया के सबसे बुरे आतंकी हमलों में देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

इन सैनिकों की याद में, सीआरपीएफ कैंप के अंदर उस जगह के पास एक स्मारक बनाया गया है। सीआरपीएफ के लेथपोरा कैंप में स्थित शहीद स्मारक पर आज 40 शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। सीआरपीएफ जम्मू-कश्मीर के स्पेशल डीजी दलजीत सिंह चौधरी शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे।

कैसे हुआ आतंकी हमला?

14 फरवरी 2019 को दोपहर करीब 3:00 बजे श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाईवे पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक बस जा रही थी, उसी दौरान जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकी विस्फोटक से भरी एसयूवी सीआरपीएफ की बस से सोची-समझी प्लानिंग के तहत टकराई। जिसमें 40 भारतीय सीआरपीएफ सैनिक मारे गए थे। पुलवामा में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर द्वारा सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाने की प्लानिंग की गई थी। कार चालक की पहचान जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर के रूप में हुई, जिसे बाद में आदिल अहमद डार के रूप में पहचाना गया।

इस आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने पाकिस्तान को जवाब देते हुए भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी, 2019 को पाकिस्तान के बालाकोट क्षेत्र में एक आतंकवादी शिविर पर हमला किया। सुरक्षाबलों के मुताबिक इस एयर स्ट्राइक में कई आतंकी मारे गए । (एएमएपी)