अब शराब की नई दुकान भी नहीं खुलेगी।

मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव हैं। चुनावी साल में मध्य प्रदेश सरकार पर भाजपा नेत्री और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के शराब बंदी के अभियान का दबाव साफ देखा जा सकता है। शिवराज सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश में अब शराब दुकानों पर बैठकर शराब नहीं पी सकेंगे। इसके साथ ही, प्रदेश में सभी अहाते भी बंद किए जाएंगे। इस निर्णय के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सोमवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में अब शराब की नई दुकान नहीं खोली जाएगी।मुख्‍यमंत्री ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है, इसलिए मैंने तय किया कि मध्य प्रदेश में शराब की कोई नई दुकान नहीं खोली जाएगी। हमने ऐसी आबकारी नीति लाने का प्रयास किया है, जो शराब पीने को हतोत्साहित करेगी। नई नीति में अहातों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। शैक्षणिक संस्थान के 100 मी. की परिधि में शराब की कोई दुकान नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि हमने फैसला किया है कि पहली बार शराब पीकर वाहन चलाते हुए पकड़े जाने पर 6 माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस कैंसल कर दिया जाएगा। दूसरी बार पकड़े जाने पर दो वर्ष के लिए और तीसरी बार पकड़े जाने पर आजीवन वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। धार्मिक स्थलों के आसपास से शराब की दुकानें हटाई जाएगी।

उमा भारती ने कहा- शराब अहाते बंद करने का निर्णय क्रांतिकारी
भाजपा की तेजतर्रार नेत्री और मप्र की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने शिवराज सिंह चौहान सरकार के कैबिनेट की बैठक में शराब दुकान के साथ लगे अहाते बंद करने के निर्णय की जमकर तारीफ की है। उन्होंने मप्र कैबिनेट के निर्णय को ऐतिहासिक और क्रांतिकारी बताते हुए इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार जताया है। साथ ही कहा है कि शराब छोड़ो, दूध पियो अभियान को हम और सशक्त करके सरकार का सहयोग करेंगे।

दरअसल, उमा भारती राज्य में शराबबंदी को लेकर अभियान चला रही हैं और शराब दुकानों के खिलाफ लगातार सक्रिय हैं। इसी का दबाव शिवराज सरकार पर दिखाई दिया। रविवार देर शाम हुई शिवराज कैबिनेट की बैठक में शराब को हतोत्साहित करने के लिए कई अहम फैसले लिए गए। इनमें शराब दुकानों पर बैठकर पीने की अनुमति नहीं और अहाते बंद कराने का फैसला अहम है।

उमा भारती ने सिलसिलेवार ट्वीट के माध्यम से कहा है कि मध्य प्रदेश मंत्रिपरिषद की बैठक में हमारी सरकार के द्वारा घोषित की गई शराब नीति एक ऐतिहासिक एवं क्रांतिकारी निर्णय है। इसके लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का प्रदेश के सभी नागरिकों खासकर के महिलाओं की तरफ से अभिनंदन। शराब की दुकान के सामने बैठकर शराब पीने का पूर्णतया: निषेध। उन्होंने लिखा कि पूरे प्रदेश के अहाते बंद करने का निर्णय और शराब पीकर वाहन चलाने पर सजा के प्रावधान इस नीति के वह विशेष अंग हैं, जो नई शराब नीति के लिए मध्य प्रदेश को माडल स्टेट बना रहे हैं।

उन्होंने आगे लिखा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अपनी सरकार के इरादे स्पष्ट कर दिए कि जनहित हमारे लिए सर्वोपरि है। इस शराब नीति का यह बिंदु बहुत महत्वपूर्ण है कि जिन शराब की दुकानों के लिए भारी जन विरोध हुआ है उनकी नीलामी ही नहीं होगी। इसलिए जब नई शराब नीति का क्रियान्वयन होगा तो सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को तथा पुलिस एवं प्रशासन को बहुत सजग रहना होगा। मुख्यमंत्री ने अपनी वचनबद्धता पूरी की, अब आपको अपना कर्तव्य पूरा करना है। इस शराब नीति से मेरे बड़े भाई ने व्यक्तिगत तौर पर मुझे परम संतोष एवं गौरव प्रदान किया है।

उमा भारती ने आगे लिखा है-मुझे विश्वास है कि शिवराज की घोषित की गई नई शराब नीति अन्य राज्यों के लिए भी माडल नीति बन जाएगी। मध्य प्रदेश पहले से ही गौवंश पर आधारित आर्गेनिक खेती में बहुत आगे बढ़ चुका है ‘शराब छोड़ो दूध पियो’ अभियान को हम और सशक्त करके सरकार का सहयोग करेंगे।(एएमएपी)