गौतम अडानी के दिन फिरने शुरू हो गए हैं। हिंडनबर्ग के दाग के बाद अडानी एक बार फिर अपना खोया रूतबा पाने की राह पर चल पड़े हैं। अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में करीब एक हफ्ते से उड़ान जारी है। इसका असर उनकी संपत्ति पर भी पड़ रहा है। ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स में उनकी संपत्ति अब 50 अरब डॉलर के पार हो गई है। इसके साथ ही अब दुनिया के अमीरो की लिस्ट में 25वें पायदान पर पहुंच गए हैं।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से इस साल अडानी के नेटवर्थ में करीब 90 अरब डॉलर की चोट पहुंच चुकी थी, लेकिन अब स्थिति में सुधार की वजह से उनके नेटवर्थ में रिकवरी हुई है। अब उनका नुकसान 68.5 अरब डॉलर रह गया है। संपत्ति गंवाने के मामले में अडानी अभी भी नंबर वन और अंबानी नंबर दो पोजीशन पर हैं। अंबानी की संपत्ति इस साल अबतक 3.68 अरब डॉलर घटी है। उनके पास कुल 83.4 अरब डॉलर की संपत्ति है।
रिपोर्ट के अनुसार अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी की वजह से पिछले 5 दिन में ग्रुप का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक बढ़ गया है। 27 फरवरी को अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 6.82 लाख करोड़ रुपये था, जो कि 6 मार्च 2023 को बढ़कर 8.85 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया। अब अडानी एंटरप्राइजेज का मार्केट कैप 2,26,045.12 करोड़ रुपये है। जबकि, अडानी पोर्ट्स का मार्केट कैप 1,49,157.59 करोड़ रुपये हो गया है।
आपको बता दें कि शेयर बाजार में अडानी समूह का नुकसानदेय दौर तब शुरू हुआ था जब अमेरिका की शॉर्ट सेलर फर्म, हिंडनबर्ग रिसर्च ने समूह पर एक विस्फोटक रिपोर्ट पेश की। इसने समूह के बढ़ते कर्ज के बारे में चिंता जताई और अन्य बातों के अलावा, स्टॉक में हेरफेर और टैक्स हेवन के अनियमित उपयोग का आरोप लगाया। जबकि अडानी समूह ने हिंडनबर्ग द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज कर दिया है। इस रिपोर्ट के कारण निवेशकों और वित्तीय संस्थानों में चिंता बढ़ गई है, जिसके परिणामस्वरूप ग्रुप के सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर की कीमतों में लगातार गिरावट आई है। (एएमएपी)