जनोपयोगी अविष्कार के लिए एसजीटी के सुमीओम इनोवेशन को मिला पुरस्कार।

एसजीटी विश्वविद्यालय के अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर (एसीआईसी) की एक स्वास्थ्य प्रौद्योगिकी स्टार्टअप परियोजना ‘सुमीओम इनोवेशन’ एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इसे भारत की सबसे बड़ी ‘बी-प्लान’ पिच डेक प्रतियोगिताओं में से एक ‘ई-समिट 2023’ में तीसरा स्थान मिला है।इस परियोजना में ऐसी व्हीलचेयर को दिखाया गया जो मरीज और व्यक्ति के इशारे से चलती है। यदि मरीज दायें तरफ गर्दन घुमाएगा तो यह व्हीलचेयर दायें तरफ चलेगी। इसी तरह सड़क पर एम्बुलेंस को रास्ता मिल सके, इसके लिए लाल बत्ती पर ट्रैफिक पुलिस को एक किलोमीटर पहले ही पता चल सकेगा। दरअसल, सेन्सर की मदद से सूचना मिल सकेगी कि एम्बुलेंस आ रही है। इसके लिए ग्रीन सिग्नल देकर एम्बुलेंस को आसानी से गुजारा जा सकेगा।

मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (भोपाल) के ई-सेल द्वारा 11 से 13 फरवरी तक आयोजित प्रतियोगिता में इसका प्रदर्शन किया गया । इस दौरान टीम में डॉ. सुमित सिंह फुकेला, ऋषि शर्मा और अक्षत सागर शामिल थे।

यह प्रोजेक्ट खुद एसजीटी यूनिवर्सिटी के एसीआईसी के डॉ. ओंकार शेट्टी, डॉ. अनिल गुप्ता, बकुल देव राय और राजीव गुलाटी के मार्गदर्शन और सहयोग से संभव हो पाया है। ‘सुमीओम इनोवेशन’ ने पहले पानीपत में नेशनल इनोवेशन चैलेंज में भी पहला पुरस्कार हासिल किया था।

अटल कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य युवाओं की रचनात्मकता सोच और समाज की समस्याओं को अथक प्रयासों से सुलझाना है। एसीआईसी का उद्देश्य भारत के पिछड़े क्षेत्रों में उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करना है।(एएमएपी)