टक्कर के बाद ड्रोन को पहुंचा था काफी नुकसान
वहीं इस घटना के बाद पेंटागन ने कहा कि अमेरिकी सेना को अनिवार्य रूप से अपने एमक्यू-9 रीपर सर्विलांस ड्रोन को क्रैश करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि यह एक रूसी जेट से टकराकर क्षतिग्रस्त हो गया था। ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “रूसी विमान की टक्कर के बाद ड्रोन को काफी नुकसान पहुंचा था और इसके आगे उड़ने की संभावना कम ही थी। ऐसे में हमें मजबूरन इसे काला सागर में दुर्घटनाग्रस्त करना पड़ा।”
क्या है पूरा मामला
अमेरिकी सेना के यूरोपीय कमान के मुताबिक, मंगलवार को काला सागर के ऊपर एक रूसी एसयू-27 लड़ाकू विमान अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर ड्रोन से टकरा गया। ये घटना तब हुई जब अमेरिका का रीपर ड्रोन और रूस के दो फाइटर जेट SU-27 काला सागर के ऊपर अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में चक्कर लगा रहे थे। इस पूरे मामले पर अमेरिकी वायु सेना के जनरल जेम्स हेकर ने कहा कि हमारा एमक्यू-9 इंटरनेशनल एयर स्पेस में नियमित ऑपरेट कर रहा था। तभी इससे एक रूसी विमान टकरा गया। जिसके बाद हमारा ड्रोन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि इसके बाद रूस का विमान भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना में उन्होंने रूस को दोषी भी ठहराया है। अमेरिकी सेना का दावा है कि रूस का एक जेट जान बूझकर अमेरिकी ड्रोन को टारगेट कर रहा था।(एएमएपी)