रामनवमी के दौरान बिहार के सासाराम में हुई हिंसा की घटनाओं को लेकर 31 मार्च से ठप इंटरनेट सेवा को बहाल कर दिया गया है। जिले में शनिवार सुबह से इंटरनेट सेवा की सुविधा लोगों को मिलने लगी है। हालांकि सेवा बहाल किए जाने का साथ प्रशासन और चौकन्ना हो गया है। पुलिस-प्रशासन लगातार सोशल साइट पर नजर रख रही है। भड़काऊ पोस्ट को लेकर अधिकारी सतत निगरानी कर रहे हैं।

जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि आपत्तिजनक वीडियो व धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले पोस्ट पर नजर रखेगी। ऐसा करने वालों के साथ प्रशासन सख्ती से निपटेगा। पकड़े गए तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। जरूरत महसूस हुई तो ऐसे लोगों पर एक्शन लेते हुए गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में विधि व्यवस्था की स्थिति सामान्य है। ऐसे में शनिवार सुबह से इंटरनेट सेवा बहाल कर दी गई है। लेकिन एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। सोशल साइट पर नजर रखने के लिए विशेष टीम गठित की गई है। जो लगातार पोस्ट और वीडियो पर नजर रखेगी।

धार्मिक भावना भड़काने वाले पोस्ट और वीडियो सोशल साइटों पर डालने वाले के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है। डीएम धर्मेंद्र कुमार ने लोगों को अफवाह से बचने की अपील की है।

इंटरनेट सेवा बहाल कर दिए जाने के बाद से सासाराम के लोगों राहत की सांस ली है। यह सेवा बंद कर दिए जाने की वजह से पढ़ाई-लिखाई, कारोबार, बैंकिंग पर बहुत बुरा असर पड़ रहा था। प्रशासन की देखरेख में बाजार को खोल दिया गया था लेकिन, ग्राहक नहीं आ रहे थे इंटरनेट नहीं होने की वजह से कारोबारियों को व्यवसाय करने में बहुत दिक्कत हो रही थी। विद्यार्थी भी परेशान थे। आज से सेवा बहाल हो जाने के बाद समाज के सभी वर्गों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। लेकिन, प्रशासन की जिम्मेदारी बढ़ गई है। बिहारशरीफ समेत सासाराम के सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबलों की गस्ती बढ़ा दी गई है।(एएमएपी)