मौसम विभाग के मानें तो अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से आ रही नमी के कारण प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार बिगड़ रहा है। राजधानी सहित कई जिलों में बादल छा रहे हैं। साथ ही कहीं-कहीं बिजली कड़कने के साथ हल्की वर्षा भी हो रही है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक गुरुवार को भोपाल, इंदौर, जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है।
इससे पहले, राजधानी भोपाल में बुधवार तड़के 3 बजे आधे घंटे तक गरज-चमक के साथ तेज बारिश हुई। सुबह सात बजे भी तेज हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी हुई। छिंदवाड़ा में भी मंगलवार देर रात आंधी के साथ पानी गिरा। सीहोर और शाजापुर में भी बूंदाबांदी हुई। भोपाल में 24 घंटे में 1.2 मिमी, जबकि इससे सटे रायसेन जिले में 1.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। अगले 3 दिन मौसम ऐसा ही रहेगा। 20 और 21 अप्रैल को भी हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी रहेगा।

वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग मौसम प्रणालियों के सक्रिय रहने के अलावा ऊपर के स्तर (लगभग तीन किलोमीटर) पर हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिमी एवं पश्चिमी बना हआ है। इस वजह से बंगाल की खाड़ी एवं अरब सागर से नमी मिल रही है। नमी के कारण राजधानी सहित मध्य प्रदेश के कई जिलों में बादल बने हुए हैं। साथ ही गरज-चमक की स्थिति बन रही है।
शुक्ला के मुताबिक गुरुवार को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। बादल बने रहने के साथ वर्षा होने के कारण अधिकतम तापमान में कुछ गिरावट भी होने के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ जाने के कारण शुक्रवार से तापमान में गिरावट होने का सिलसिला शुरू हो सकता है।
वहीं आधे प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है। इसके चलते जबलपुर, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, दमोह, नर्मदापुरम, छतरपुर, उज्जैन और शहडोल आदि जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। इस संबंध में जिला कलेक्टरों द्वारा बुधवार को आदेश जारी किया गया है। जारी आदेश के अनुसार, कुछ जिलों में स्कूलों का समय सुबह 7 से 12 बजे के बीच तो कुछ जिलों में 7:30 से 12:30 के बीच किया गया है। राजधानी भोपाल में भी स्कूलों का समय बदल सकता है। डीईओ नितिन सक्सेना ने इसके लिए कलेक्टर आशीष सिंह को फाइल भेजी है।(एएमएपी)



