बौद्ध प्राधिकरण की स्थापना से बुद्ध नगरी का नक्शा बदलेगा पर्यटन विभाग।
बदलाव के लिए पहली किस्त में विभाग को मिले 15 करोड़ रुपये
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि विभाग जिले के उत्खनन क्षेत्र को बौद्ध प्राधिकरण क्षेत्र बनाकर विकसित करने की दिशा में काम शुरू कर चुका है। शासन से पहली किश्त के रूप में 15 करोड़ प्राप्त हो चुके हैं। इसके लिए इलाके में 11 हेक्टेयर की जमीन स्थानीय किसानों से अधिग्रहित कर ली है। किसानों को उनका मुआवजा भी दिया जा चुका है।
‘बुद्धा थीम पार्क’ का होगा निर्माण
कौशाम्बी की पहचान बुद्धकालीन स्थलों से रही है। भगवान बुद्ध की तपोस्थली कौशाम्बी के कोसम ईनाम और कोसम खिराज गावों में भगवान बुद्ध से संबंधित स्मृतियां और प्रतीक मौजूद हैं। इनमें वत्स देश के राजा उदयन का किला, उसके भग्नावशेष, सम्राट अशोक का स्तंभ, उदयन का राजप्रसाद, घोषीताराम विहार स्थल प्रमुख हैं। योगी सरकार ने इन्हें विकसित करने के लिए वृहद् योजना तैयार की है। क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी प्रयागराज अपराजिता सिंह के मुताबिक, कोसम ईनाम गांव में पर्यटन विभाग बुद्धा थीम पार्क का निर्माण कर रहा है। इस पार्क में कैफेटेरिया, म्यूजियम, पार्किंग और अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
‘बौद्ध प्राधिकरण क्षेत्र’ होगा घोषित
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया, इस पूरे इलाके को बौद्ध सरंक्षित क्षेत्र घोषित करने के लिए इसे ‘बौद्ध-प्राधिकरण क्षेत्र’ घोषित किये जाने की योजना है। पर्यटन विभाग ने जिलाधिकारी कौशाम्बी को इस क्षेत्र को प्राधिकरण क्षेत्र घोषित करने के लिए प्रस्ताव भी भेजा है। प्राधिकरण क्षेत्र घोषित होने के बाद यहां व्यवस्थित निर्माण की योजना लागू की जायेगी। इससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। क्षेत्र में स्थानीय लोगों को अपने घरों में पेइंग गेस्ट की सुविधा देने का प्रस्ताव भी है।
‘बौद्ध द्वार परिसर’ का होगा निर्माण
प्राधिकरण क्षेत्र में दाखिल होने वाले प्रवेश मार्ग के एंट्री पॉइंट में पर्यटन विभाग ‘बौद्ध गेट काम्प्लेक्स’ का निर्माण करेगा। इस गेट काम्प्लेक्स में बौद्ध तीर्थ क्षेत्र के अन्दर आने वाले सभी स्थलों की जानकारी डिजिटल फॉर्मेट में देने की सुविधाओं का विकास किया जाएगा। फोरलेन मार्ग से जुड़ा होने व प्रयागराज एयरपोर्ट के पास होने से यहां श्रीलंका, कंबोडिया और अन्य देशों से आने वाले बौद्ध अनुयायियों और पर्यटकों की संख्या में भी इज़ाफा होगा होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।(एएमएपी)