तुष्टीकरण में फंसी नीतीश सरकार

उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की ओर से कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। सरकार तुष्टीकरण में फंस गई है। बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गई है। उत्तरप्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि आज वह प्रदेश इसलिए आगे बढ़ रहा है क्योंकि वहां कानून का राज स्थापित है। वहीं जदयू पर तंज कसते हुए कहा कि ये अनोखी पार्टी है, जो चावल-मटन सार्वजनिक रूप से बांट रही है।
नीतीश के पीएम बनने का सपना टूटा- बीजेपी
वहीं कर्नाटक में कांग्रेस की जीत के सवाल पर उन्होने कहा कि कांग्रेस अपनी नीतियों में सफल हो गई है। लेकिन इसी के साथ नीतीश कुमार के पीएम बनने का सपना भी टूट गया है। क्योंकि कांग्रेस का पीएम कैंडिंडेट अब राहुल गांधी होंगे। वैसे आपको बता दें बिहार की महगठबंधन सरकार नीतीश कुमार को पीएम कैंडिडेट बनाने पर जोर दे रही है। जबकि नीतीश कुमार ने पीएम प्रत्याशी की रेस से खुद को बाहर कर लिया है। और पूरी तरह विपक्षी एकता को मजबूत करने के मिशन पर लगे हुए हैं। लेकिन राजद-जदयू के नेता नीतीश कुमार को ही पीएम कैंडिडेट बनाने में जुटे हैं। कभी अपने बयानों तो कभी पोस्टर के जरिए नीतीश को पीएम कैंडिडेट के तौर पर प्रोजेस्ट करते रहे हैं।(एएमएपी)



