बैठक के दौरान नेताओं को इस मामले पर खिलाड़ी के विचार जानने के लिए भी कहा गया है। साथ ही यह भी समझने के लिए कहा गया है कि क्या वे किसी भी समस्या का सामना कर रहे हैं। उन्हें खिलाड़ियों को पहलवानों के विरोध और उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई के बारे में बताने का भी काम सौंपा गया है। एनसीपी ने नेताओं को निर्देश दिया है कि वे इन बैठकों की तस्वीरें लें और वीडियो बनाएं और उन्हें हैश टैग ‘एनसीपी विद चैंपियंस’ के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपलोड करें। यह अभियान अगले एक सप्ताह यानी आठ जून तक चलाया जाएगा।

महाराष्ट्र एनसीपी प्रमुख जयंत पाटिल ने एक फेसबुक लाइव में इस अभियान की घोषणा की। उन्होंने कहा कि अपनी मेहनत और उपलब्धियों से देश को गौरवान्वित करने वाले खिलाड़ियों से इस तरह का संवाद करने की जरूरत है। पाटिल ने कहा, “एनसीपी पहलवानों द्वारा शुरू किए गए विरोध का राजनीतिकरण नहीं करना चाहती थी, लेकिन दिल्ली में जो कुछ हो रहा है उसकी पृष्ठभूमि में राज्य के खिलाड़ियों के साथ बातचीत शुरू करना आवश्यक है।” उन्होंने आगे कहा, “हम यह दिखाकर खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाना चाहते हैं और यह भी बताना चाहते हैं कि एनसीपी उनके साथ खड़ी है।”(एएमएपी)



