तबियत खराब होने के चलते अस्‍पताल में किया भर्ती।

तमिलनाडु सरकार के मंत्री सेंथिल बालाजी को ईडी ने बुधवार सुबह गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले के तहत की गई। हालांकि गिरफ्तारी के बाद सेंथिल बालाजी बीमार पड़ गए। उन्हें अस्पताल में एडमिट कराना पड़ा। अब खबर है कि उन्हें अस्पताल ने बाईपास सर्जरी कराने को कहा है। अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि वह दिल की बीमारी से गंभीर रूप से पीड़ित हैं और उनकी जल्द से जल्द बाईपास सर्जरी हो जानी चाहिए। अस्पताल में उनकी कोरोनरी एंजियोग्राम टेस्ट किया गया, जिसके बाद यह सिफारिश की गई है। यह टेस्ट एक तरह से दिल का एक्सरे होता है।

 

सेंथिल बालाजी फिलहाल तमिलनाडु सरकार में बिजली मंत्री हैं। इससे पहले एआईएडीएमके की सरकार में ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर थे। उसी दौर में हुए कैश फॉर जॉब स्कैम के मामले में उन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया है। इसको लेकर तमिलनाडु में बवाल मच गया है और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इसे केंद्र सरकार की ओर से बदले की कार्रवाई करार दिया है। एएआईएडीएमके सरकार में 2011 से 2015 तक मंत्री रहने वाले सेंथिल जयललिता के कट्टर समर्थकों में से एक थे। यहां तक कि उनके लिए एक बार अपना सिर तक मुंडवा लिया था।

हालांकि जयललिता की मौत के बाद वह डीएमके में शामिल हो गए थे। तब से वह इस पार्टी का हिस्सा हैं और दोबारा मंत्री भी बनाए गए। जयललिता को जब आय से अधिक संपत्ति के मामले में बरी किया गया था तो खुशी में सेंथिल ने सिर भी मुंडवा लिया था। बता दें कि तमिलनाडु में डीएमके की सरकार कांग्रेस के साथ गठबंधन में है। एमके स्टालिन ने कहा कि जब सेंथिल बालाजी ने मामले की जांच में सहयोग करने की बात कही थी तो फिर उन्हें क्यों अरेस्ट किया गया। यह राजनीतिक उत्पीड़न है।

कांग्रेस ने कहा- ‘हम डरने वाले नहीं’

वहीं डीएमके नेता के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की कांग्रेस ने आलोचना की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बयान जारी करते हुए कहा कि ‘यह और कुछ नहीं बल्कि राजनीतिक उत्पीड़न है, जो मोदी सरकार द्वारा विरोधियों के खिलाफ किया जाता है। विपक्ष में कोई भी इस तरह की कार्रवाई से डरने वाला नहीं है।’ टीएमसी ने भी इसकी आलोचना की है। टीएमसी सांसद सौगत रॉय ने कहा कि यह पूरी तरह से ईडी के दुरुपयोग का मामला है।

एआईडीएमके ने किया ईडी की कार्रवाई का समर्थन

एआईएडीएमके के वरिष्ठ नेता डी जयकुमार ने बालाजी के रोने के वीडियो पर कहा कि तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी ड्रामा कर रहे हैं। डीएमके इस मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री स्टालिन को आरोपी मंत्री को कैबिनेट से हटाना चाहिए। अगर सीएम ऐसा नहीं करते हैं तो राज्यपाल को इस मामले में दखल देना चाहिए। डी जयकुमार ने कहा कि ईडी कानून के दायरे में रहकर काम कर रही है। कल तक बालाजी ठीक थे लेकिन जब ईडी ने उन्हें हिरासत में लिया तो उनकी तबीयत बिगड़ गई। ईडी को एम्स के डॉक्टर से उनकी जांच करानी चाहिए और कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। (एएमएपी)