क्रीमिया और खेरसॉन के बीच संपर्क टूटा।

यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच यूक्रेनी सेना ने रूसी सेना को मात देते हुए खेरसॉन क्षेत्र और क्रीमिया को जोड़ने वाले एक अति महत्वपूर्ण पुल पर ताबड़तोड़ मिसाइल दागकर उसे नेस्तनाबूद कर दिया है। इससे रूसी सेना का संपर्क क्रीमिया और खेरसॉन के बीच टूट गया है। दोनों क्षेत्रों में रूस द्वारा नियुक्त अधिकारियों ने इस हमले की पुष्टि की है।रूस द्वारा नियुक्त खेरसॉन के गवर्नर व्लादिमीर साल्डो ने कहा कि पुल पर स्टॉर्म शैडो मिसाइलों से हमला होने की संभावना है, जिससे सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है। हालांकि, साल्डो ने  एक अलग मार्ग के जरिए यातायात को बहाल करने का दावा किया है। इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उधर, क्रीमिया के गवर्नर सर्गेई अक्स्योनोव ने कहा कि विशेषज्ञ यह निर्धारित करने के लिए साइट की जांच कर रहे हैं कि पुल पर यातायात कब फिर से शुरू हो सकता है।

“क्रीमिया का द्वार” के रूप में मशहूर चोंगार पुल क्रीमिया को जोड़ने वाले चुनिंदा पुलों में से एक है। पुल क्रीमिया प्रायद्वीप को यूरोप महाद्वीप को जोड़ने वाले संकीर्ण स्थलडमरूमध्य का एक विकल्प प्रदान करता रहा है। क्रीमिया को 2014 में रूस ने यूक्रेन से तोड़ लिया था और वहां अपना गवर्नर नियुक्त कर दिया था।

इस बीच, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि  रूसी सेना के खिलाफ यूक्रेन का जवाबी हमला “इच्छा से धीमा” रहा है। हालांकि, उन्होंने यूक्रेनी सेना पर गति बढ़ाने के लिए दबाव डालने से इनकार किया है। जेलेंस्की ने बीबीसी को एक साक्षात्कार में बताया कि रूसी सेना द्वारा बिछाई गई विशाल बारूदी सुरंगों के कारण यूक्रेनी सेना की प्रगति धीमी हो रही है। यूक्रेनी नेता ने कहा कि लगभग 200,000 वर्ग किलोमीटर (77,000 वर्ग मील से अधिक) यूक्रेनी सीमांत क्षेत्र में रूसी बारूदी सुरंगों से अटे पड़े होने के कारण “लोगों का जीवन दांव पर है।” ज़ेलेंस्की ने कहा, “कुछ लोग मानते हैं कि यह एक हॉलीवुड फिल्म है और उसी तरह के परिणाम की उम्मीद करते हैं। यह युद्ध ऐसा नहीं है।”

इधर, रूस का कहना है कि उसने मॉस्को के बाहर दो ड्रोनों को उस समय मार गिरा दिया जब वे एक स्थानीय सैन्य इकाई के गोदामों के पास मंडरा रहे थे। तीसरे ड्रोन का मलबा कथित तौर पर लगभग 20 किमी (12 मील) दूर पाया गया। इस हमले में कोई नुकसान या किसी के हताहत की सूचना नहीं है।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि यह मॉस्को क्षेत्र में ड्रोन द्वारा “कीव शासन” का “आतंकवादी हमले का एक असफल प्रयास” था। रूस ने एक बयान में कहा है कि सभी तीन ड्रोनों को इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग द्वारा मार गिराया गया है।(एएमएपी)