राशि न देने पर दोनों की पेंशन और अन्य लाभ बंद किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि राज्य सरकार करदाताओं का पैसा इस तरह बर्बाद क्यों होने दे, जबकि उस समय सत्ता में रहने वालों ने अंसारी के साथ अपनी साझेदारी बनायी हुई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लोगों के पैसे की बेशर्मी से की गई लूट है, जिसको बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें ही इस संबंधी भली-भांति जानती होंगी कि इस कुख्यात अपराधी को रोपड़ जेल में पूरी सुख-सहूलतों के साथ क्यों रखा गया था।

भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार ने आरामदायक ठहराव को यकीनी बनाने के अलावा यह यकीनी बनाया कि इस कुख्यात अपराधी को जेल के अंदर किसी किस्म की मुश्किल का सामना न करना पड़े और उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई से बचाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हैरानी की बात है कि उस समय की सरकार ने रोपड़ जेल में बंद इस अपराधी के हित महफूज़ रखने के लिए टैक्स भरने वालों के 55 लाख रुपये ख़र्च किये थे। मान ने कहा कि लोगों के पैसे की बेरहमी से की जाने वाली ऐसी लूट पूरी तरह ग़ैरवाज़िब है। उन्होंने कहा कि आम लोगों के पैसे की सरेआम लूट को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि कैप्टन और रंधावा को यह पैसा अपनी जेब से भरना पड़ेगा नहीं तो इस राशि की वसूली के लिए उनकी पेंशन और अन्य लाभ बंद कर दिए जाएंगे।(एएमएपी)



