पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के मतदान के बीच भारी हिंसा हुई। पूरे राज्य भर से जगह-जगह हिंसा, आगजनी, पथराव की खबरें आयी हैं। पूरे राज्य में भारी तनाव फैला हुआ है। राज्य में पुलिस और केंद्रीय सुरक्षाबलों की तैनाती के बावजूद जमकर हिंसा हुई। पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम ब्लॉक 1 के रेजिडेंट्स ने टीएमसी पर बूथ कैप्चर करने का आरोप लगाते हुए इलेक्शन का बॉयकॉट किया। लोगों का कहना है कि महम्मदपुर के बूथ नंबर 67 और 68 में सेंट्रल फोर्स की तैनाती की जाए। तैनाती न होने तक वे वोट नहीं डालेंगे।राज्य में शनिवार सुबह सात बजे पंचायत चुनाव शुरू होने के बाद से दोपहर तक छह लोगों की मौत हो चुकी है और मध्यरात्रि से चुनाव संबंधी कथित हिंसा में तीन अन्य लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे में पंचायत चुनावों के दौरान नौ लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में पांच टीएमसी और एक-एक भाजपा और कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल हैं। उनके अलावा हिंसा में निर्दलीय पार्टी के समर्थकों की भी मौत हुई है।
मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में कांग्रेस और तृणमूल के बीच झड़प में सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ता बाबर अली की मौत हो गई। हिंसा के बाद इलाके में भारी तनाव है। गोली लगने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता अस्पताल में भर्ती है। मतदान शुरू होते ही कूचबिहार में मतदान केंद्र में तोड़फोड़ कर दी गई है और मतपत्र लूट लिए गए है। इसी तरह की खबरें डायमंड हारबर से भी आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक मालदा के मानिकचक और गोपालपुर ग्राम पंचायत के जिशारद टोला में भारी बमबारी हुई है। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई है। मृत व्यक्ति का नाम शेख मालेक बताया गया है। सूचना मिली है कि हुगली में टीएमसी कार्यकर्ताओं ने एक निर्दलीय उम्मीदवार को गोली मार दी है।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान बैलेट पेपर और बैलेट बॉक्स जलाए गए#PanchayatElection #ATVideo pic.twitter.com/fO8bRUhRjq
— AajTak (@aajtak) July 8, 2023
भाजपा ने ममता सरकार को घेरा
पश्चिम बंगाल में मतदान के दौरान हुई हिंसा को लेकर भाजपा ने ममता बनर्जी सरकार को घेरा। भाजपा ने कहा कि राज्य अब राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है। भाजपा प्रवक्ता डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि जो आज पश्चिम बंगाल में हो रहा है, वैसा कभी 90 के दशक में बिहार में होता था। सत्ता का दुरुपयोग कर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा चुनावों में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा रही है। सत्ता पाने के लिए वहां हिंसा का दौरा जारी है। स्थितियां वहां बद से बदतर होती जा रही हैं। डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि पश्चिम बंगाल दुनियाभर में कला और संस्कृति के लिए जाना जाता था, लेकिन अब राज्य राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है। तृणमूल कांग्रेस हिंसा, भ्रष्टाचार और अपराधियों को संरक्षण देने का काम कर रही है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का ममता सरकार पर निशाना
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव पर केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ममता सरकार को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में पूरी व्यवस्था असंवैधानिक कामों में लग चुकी है। वहां की सरकार ना तो राज्यपाल के आदेश का सम्मान करती है और ना ही हाई कोर्ट के आदेश का। जब स्थानीय पुलिस और प्रशासन खुद ही पक्षपाती हो जाए और राजनीतिक दृष्टि से काम करे तो इसे संवैधानिक व्यवस्था नहीं कहा जाता है। लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है मगर वहां की सरकार जनाधार खो चुकी है और इसी डर में वो हिंसक प्रवृत्ति अपना रहे हैं।(एएमएपी)



