भारत की ई-कॉमर्स स्टार्टअप दुकान ने बड़ी छंटनी का ऐलान किया है। कंपनी ने कस्टमर सपोर्ट टीम के 90 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से हटाने का ऐलान किया। इनकी जगह अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एआई चैटबॉट काम करेंगे। इसकी जानकारी कंपनी के संस्थापक और सीईओ सुमीत शाह ने दी। बता दें कि कंपनी ने यह फैसला लागत में कटौती और भविष्य में मुनाफा कमाने के मकसद से लिया है। इसके साथ ही शाह ने चैटबोट के आने से सपोर्ट सेवाओं की लागत 85 प्रतिशत तक घटने और सॉल्युशन में लगने वाले समय को भी दो घंटे से कम होकर तीन मिनट हो जाने का दावा किया है।

कंपनी ने क्या कहा

उन्होंने इसे एक मुश्किल फैसला बताने के साथ ही कहा कि ऐसा करना निहायत जरूरी था। शाह ने ट्वीट किया, “इस एआई चैटबॉट के कारण हमें अपनी 90 फीसदी सपोर्ट टीम को हटाना पड़ा। हालांकि, यह बेहद ही कठिन फैसला था, लेकिन जरूरी भी है।” शाह ने कहा, “अर्थव्यवस्था की स्थिति को देखते हुए अब स्टार्टअप “यूनिकॉर्न” बनने के प्रयास के बजाय प्रॉफिट को प्राथमिकता दे रहे हैं और हम भी ऐसा ही कर रहे हैं।” हालांकि, ट्विटर पर दुकान के 90 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी की कई लोगों ने तीखी आलोचना करते हुए इसे असंवेदनशील कदम बताया है।

उन्होंने AI असिस्टेंट लीना के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने दावा किया कि संसाधनों की सीमित उपलब्धता और खराब कम्युनिकेशन के बावजूद लीना नॉर्मल और त्वरित रिएक्शन देने में सक्षम है। 12 ट्वीट के बाद शाह ने बताया कि कंपनी कई भूमिकाओं के लिए नियुक्तियां कर रही है।

क्‍या निकाले गए कर्मचारियों को मिलेगी सहायता ?

उन्होंने निकाले गए कर्मचारियों को मिले मुआवजे के बारे में एक उपयोगकर्ता के सवाल का कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा,‘‘मदद के बारे में जब लिंक्डइन पर पोस्ट करूंगा तब देख लेना मेरा पोस्ट। यहां ट्विटर पर लोग मुनाफा देखते हैं सहानुभूति नहीं।’’

क्या बोले ट्विटर यूजर्स

इस छंटनी की घोषणा के तरीके की आलोचना करते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “वह उसी खुशी के साथ लोगों को नौकरी से निकालने की बात कर रहे हैं जैसे एक बच्चे को आइसक्रीम का डबल स्कूप मिलने के बाद होती है।” वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा कि हम जल्द ही केवल मशीनों के साथ बात करने और मशीनों के लिए जीने के युग में रहेंगे।(एएमएपी)