दूसरे देशों से मांगा कर्ज
इससे पहले पाकिस्तान ने अपना विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ाने के लिए यूएई से 1 अरब डॉलर का लोन लिया था। इसके एक दिन बाद सऊदी अरब ने देश के केंद्रीय बैंक को 2 अरब डॉलर दिए थे। पाकिस्तान में पिछले साल एक भयानक बाढ़ आई थी। तब से इसकी अर्थव्यवस्था लगातार दबाव झेल रही है। बाढ़ के कारण 1,739 लोगों की मौत हो गई थी। वहीं 20 लाख से ज्यादा घर बर्बाद हो गए थे। पाकिस्तान को बाढ़ के कारण 30 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
पाकिस्तान को मिला कर्ज
पाकिस्तान में कुछ दिनों पहले स्थिति इतनी ज्यादा खराब थी कि यहां फैक्ट्रियां बंद होने लगी थीं। पाकिस्तान के पास सिर्फ एक महीने का विदेशी मुद्रा भंडार बचा था। हालांकि अब इसकी हालत में कुछ सुधार देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान को आईएमएफ ने 3 अरब डॉलर की मंजूरी दी है। संकटग्रस्त देश को लगभग 1.2 अरब डॉलर की अग्रिम राशि मिलेगी, बाकी का भुगतान अगले 9 महीनों में किया जाएगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के प्रयास में बेलआउट एक बड़ा कदम है।(एएमएपी)