कनाडा स्थित भारतीय राजनयिकों ने खुफिया एजेंसियों और स्थानीय प्रशासन को अमित शाह, एस जयशंकर और संजय कुमार वर्मा को लेकर एसएफजे द्वारा जारी इनाम के बारे में सूचित कर दिया है। पन्नून को लेकर भारत के करीबी सहयोगी अमेरिका की निष्क्रियता पर भी सवाल उठ रहे हैं। दोनों ही देशों के बीच आतंकवाद-निरोध पर सहमति बनी है।
चरमपंथी पन्नुन ने भले ही इन शीर्ष नेताओं और एक राजनयिक के विदेश दौरे की जानकारी देने पर इनाम की घोषणा की है, लेकिन सच तो यह है कि आने वाले दिनों में अमित शाह, एस जयशंकर और वर्मा को निशाना बनाने के लिए आतंकी की यह खुली धमकी है। आपको बता दें कि एस जयशंकर सबसे अधिक बार विदेश यात्रा पर रहते हैं। गृह मंत्री अमित शाह अभी तक कम ही विदेश यात्रा पर गए हैं।
विदेश मंत्री जयशंकर ने हाल ही में जस्टिन ट्रूडो सरकार पर कनाडा स्थित सिख चरमपंथियों के खिलाफ कार्रवाई न करके वोट बैंक को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। पन्नुन पर अमेरिकी सरकार की निष्क्रियता भी स्पष्ट है। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने अपने अमेरिकी समकक्षों को यह बता दिया है कि अमेरिका पन्नून के खिलाफ इसलिए कार्रवाई नहीं करता है, क्योंकि वह अमेरिकी सीआईए या एफबीआई का एजेंट हो सकता है।(एएमएपी)