आपका अखबार ब्यूरो।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बड़ा झटका लगा है। उनके मंत्रिमंडल में नम्बर दो समझे जाने वाले सुवेन्दु अधिकारी ने इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले हुबली रिवर ब्रिज के चेयरमैन पद से उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। सुवेन्दु के तृणमूल पार्टी छोड़ने की चर्चा पिछले काफी समय से चल रही है।


लोकसभा चुनाव के पहले से ही नाराज

सुवेन्दु और मंत्रिमंडल के उनके तीन साथियों ने पिछली कैबिनेट की बैठक में हिस्सा नहीं लिया था। सुवेन्दु ने मंत्रिपद छोड़ने के साथ ही राज्य सरकार से मिली सुरक्षा भी छोड़ दी। अभी तक उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है। ऐसी चर्चा थी कि वे अपनी अलग पार्टी बना सकते हैं। पर पिछले सप्ताह उन्होंने इन खबरों का खंडन किया। वे लोकसभा चुनाव के पहले से ही ममता बनर्जी से नाराज चल रहे हैं। दरअसल ममता जिस तरह से अपने भतीजे को प्रमोट कर रही हैं। उससे सुवेन्दु और उनके साथी खफा हैं। उन्हें लग रहा है कि ममता अपने भतीजे को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बनाना चाहती हैं।

 

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भाजपा में आने की संभावना

भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि सुवेन्दु अधिकारी के भाजपा में आने की प्रबल संभावना है। उन्होंने कहा कि सुवेन्दु के साथ और लोग भी तृणमूल छोड़ सकते हैं। उनके मुताबिक तृणमूल कांग्रेस में टूट का खतरा वास्तविक लग रहा है। ऐसी चर्चा है कि तृणमूल के कई लोकसभा सदस्य पार्टी छोड़कर भाजपा के साथ आने को तैयार हैं। सुवेन्दु अधिकारी राज्य के बड़े जनाधार वाले नेताओं में हैं। वामदलों की सरकार के खिलाफ ममता के नंदीग्राम आंदोलन की जमीन पर तैयारी करने वाले सुवेन्दु ही थे। ऐसा माना जाता है कि सुवेन्दु अधिकारी राज्य के पांच जिलों में तृणमूल कांग्रेस का जनाधार खिसका सकते हैं।

वामपंथी और कांग्रेस हाशिए पर

पश्चिम बंगाल की राजनीति में बड़ी तेजी से बदलाव हो रहा है। भाजपा का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने अट्ठारह सीटों पर जीत हासिल की। पिछले हफ्ते केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल के दो दिन के दौरे पर गए थे। वहां मीडिया से बात करते हुए उन्होंने दावा किया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा अपने दम पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी। भाजपा के उभार ने राज्य में वामपंथी दलों और कांग्रेस पार्टी को हाशिए पर धकेल दिया है। अब ये दोनों पार्टियां मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही हैं।

इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सूत्र कह रहे हैं कि सुवेन्दु ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया है पार्टी से नहीं। उनके कुछ मुद्दे हैं जिनपर पार्टी उनसे बात कर रही है। पर ऐसा लगता  नहीं है कि ममता और सुवेन्दु के बीच की अविश्वास की खाई को अब पाटा जा सकता है।


पश्चिम बंगाल में बाहरी बनाम भूमिपुत्र ममता का होगा चुनावी मुद्दा