इमरान खान के समर्थकों की चुप्पी की क्या है वजह ?
दरअसल इमरान खान के समर्थकों को सरकार और सेना पहले ही 9 मई की हिंसा को लेकर घेर रहे हैं। यही वजह थी कि इस बार जब इमरान खान की गिरफ्तारी हुई तो पहले जैसा शोर-शराबा नहीं हुआ। आर्मी ऐक्ट लगने के डर से उनके समर्थक सड़कों पर नहीं उतरे। हालांकि इमरान खान का अंदरखाने जबरदस्त प्रभाव माना जा रहा है। इसी वजह से शहबाज शरीफ सरकार ने शायद उन्हें जेल भिजवाने में तेजी दिखाई ताकि वह बाहर रहकर कैंपेन न कर सकें। पंजाब से लेकर खैबर पख्तूनख्वा तक इमरान खान का एक बड़ा जनाधार रहा है और अपील है। ऐसे में इमरान खान को चुनाव तक जेल के अंदर ही रखना इलेक्शन मैनेजमेंट की एक रणनीति भी है।
पूर्व पीएम बी क्लास सुविधाएं मिल रहीं : इमरान समर्थक
इस बीच इमरान खान समर्थकों का आरोप है कि उन्हें अटक जेल में बी क्लास सुविधाएं ही दी जा रही हैं। उन्हें बेहद छोटी सेल में रखा गया है और राजनीतिक कैदियों को मिलने वाली सुविधाओं से वे वंचित हैं। उन्हें पहले अडियाला जेल में रखे जाने की योजना था, लेकिन बाद में अचानक ही अटक जेल में रखा गया। जेल प्रशासन ने भी कहा कि हमें तभी उनको यहां लाए जाने की जानकारी मिली, जब गाड़ियां अचानक ही गेट के बाहर आकर खड़ी हुईं। इमरान खान के कानूनी सहायक नईम हैदर पंजोठा ने कहा कि जहां पूर्व पीएम को रखा गया है, उसने ‘नो-गो’ एरिया में तब्दील कर दिया गया है और वहां किसी को जाने नहीं दिया जा रहा।(एएमएपी)