इनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना शामिल है। मिजोरम छोटा राज्य होने के कारण वहां पर बहुत ज्यादा मेहनत नहीं की जाएगी। इसकी एक वजह वहां भाजपा की बजाय उसकी सहयोगी मिजो नेशनल फ्रंट का सत्ता में होना भी है।
अगले सप्ताह तय होंगे कार्यक्रम
सूत्रों के अनुसार अगले सप्ताह राज्यों की चुनावी टीम के साथ केंद्रीय मंत्रियों और केंद्रीय पदाधिकारियों की राज्यों को लेकर अलग-अलग बैठकें होंगी। इनमें विभिन्न दौरों को लेकर कार्यक्रम तय होंगे। केंद्रीय मंत्री सरकारी कार्यक्रमों के संबंध में इन राज्यों का दौरा करेंगे। साथ ही जिन स्थानों का वह सरकारी दौरा करेंगे, वहां पार्टी भी अलग से कार्यक्रम आयोजित करेगी ताकि कार्यकर्ताओं से लेकर जनता के साथ भी राजनीतिक संवाद किया जा सके। अभियान में प्रधानमंत्री मोदी से लेकर सरकार के कई मंत्री और पार्टी के केंद्रीय पदाधिकारी भी हिस्सा लेंगे।
प्रधानमंत्री के कम से कम दो दौरे
भाजपा बना रही दोहरी रणनीति
भाजपा के लिए यह विधानसभा चुनाव इसलिए भी ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके ठीक बाद लोकसभा चुनाव होंगे। पार्टी की इन राज्यों में दोहरी रणनीति रहेगी। वैसे लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी ने देश भर में अभियान शुरू किया है लेकिन उसके पहले विधानसभा चुनाव होने हैं इसलिए विभिन्न राज्यों के प्रमुख नेताओं को इन सूबों में भी लगाया जाएगा ताकि कहीं कोई कमी न रह जाए।
मध्य प्रदेश पर पार्टी का ज्यादा ध्यान है क्योंकि वहां सत्ता विरोधी माहौल भी संभव है। इसके अलावा राजस्थान और छत्तीसगढ़ भी अलग राजनीतिक स्थितियों की वजह से पार्टी की अलग रणनीति के दायरे में हैं।(एएमएपी)