वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में 88.17 मीटर दूर फेंका भाला।
भारत को किया गौरवान्वित
अपना वजन कम करने के लिये खेलना शुरू करने वाले नीरज चोपड़ा का हरियाणा के एक गांव से भारतीय खेलों के सबसे बड़े सितारों में नाम दर्ज कराने तक का सफर इतना गौरवमयी रहा है कि हर कदम पर एक नई विजयगाथा वह लिखते चले जा रहे हैं। दो साल पहले टोक्यो में उन्होंने ओलंपिक ट्रैक और फील्ड स्पर्धा में भारत की झोली में पहला पीला तमगा डाला। उस समय उनकी उम्र सिर्फ 23 साल थी और महान निशानेबाज अभिनव बिंद्रा के बाद ओलंपिक की व्यक्तिगत स्पर्धा में स्वर्ण जीतने वाले वह दूसरे भारतीय बने। खेलों के महासमर में एथलेटिक्स में लंबे समय से पदक का सपना संजोये बैठे भारत को रातोंरात मानों एक चमकता हुआ सितारा मिल गया। भारत को गौरवान्वित करने वाले नीरज चोपड़ा की कामयाबी को लेकर पूरा देश उन्हें बधाईयां दे रहा है।
ये मेडल पूरे इंडिया के लिए : नीरज
देशवासियों को नीरज चोपड़ा ने मैसेज दिया ‘भारतवासियों को मैं धन्यवाद बोलूंगा कि आप रात को जाग रहे हैं और सपोर्ट कर रहे हैं। बहुत-बहुत धन्यवाद। ये मेडल पूरे इंडिया के लिए है। ओलंपिक चैंपियन बने थे और अब वर्ल्ड चैंपियन हैं। हम कुछ भी कर सकते हैं, आप सभी अपनी-अपनी फील्ड में ऐसे ही मेहनत करते रहो और हमको दुनिया में नाम करना है।’ उन्होंने कहा ,”ये पदक जीतकर मुझे यह नहीं सोचना है कि मैने सब कुछ हासिल कर लिया। मैं और मेहनत करके और पदक जीतूंगा। अगर अगली बार और भी भारतीय खिलाड़ी मेरे साथ पोडियम पर होंगे तो बहुत अच्छा लगेगा।”
नीरज की बढ़ती जा रही प्रसिद्धि
फिटनेस का स्तर बनाये रखने पर चोपड़ा अभी कई नये आयाम छू सकते हैं। वह कम से कम दो ओलंपिक और दो विश्व चैम्पियनशिप और खेल सकते हैं। टोक्यो ओलंपिक के बाद चोपड़ा ऑनलाइन सबसे ज्यादा सर्च किये जाने वाली भारतीय हस्ती बने। विराट कोहली और रोहित शर्मा से भी ऊपर। प्रायोजकों की मानों उनके दरवाजे पर कतार लग गई। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर उनके फालोअर बढ़ते चले गए। पिछले साल दिसंबर में वह फर्राटा धावक उसेन बोल्ट को पछाड़कर दुनिया के ऐसे एथलीट बन गए जिनके बारे में सबसे ज्यादा लिखा गया है। उनके नाम से 812 लेख छपे हैं। टोक्यो ओलंपिक के बाद से प्रदर्शन में निरंतरता उनकी सफलता की कुंजी रही है।
नीरज के गांव में मनाया गया जश्न
नीरज चोपड़ा ने जैसे ही गोल्ड मेडल जीता तो उनके गांव में धूम मच गई। आधी रात को लोग टीवी पर उनका मुकाबला देख रहे थे और उसी समय जश्न का माहौल शुरू हो गया। परिवार के सदस्य, रिश्तेदार और पानीपत से 14 किमी दूर स्थित खंडरा गांव के सैकड़ों निवासी नीरज के घर पर थे। सभी ग्रामीण और परिवार के सदस्य अपने टेलीविजन सेटों से चिपके रहे और नीरज की जीत के तुरंत बाद ग्रामीणों ने ‘लड्डू’ बांटकर और एक-दूसरे को गले लगाकर उनकी जीत का जश्न मनाया। नीरज के पिता सतीश चोपड़ा ने कहा कि नीरज ने फिर से लाखों दिल जीत लिए हैं।(एएमएपी)