जी-20 सम्मेलन पर खर्च को लेकर घमासान, बीजेपी-आप में छिड़ी बहस
अगले महीने होने जा रहे तीन दिवसीय जी-20 सम्मेलन को लेकर दिल्ली के सौंदर्यकर्ण का काम जोरों पर है। इसके लिए कई प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है, लेकिन इन प्रोजेक्ट्स की फंडिंग कौन कर रहा है। इसे लेकर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच बहस छिड़ गई है। आप का दावा है कि कुछ को छोड़कर बाकी सारे प्रोजेक्ट्स के लिए दिल्ली सरकार ने फंडिंग की है, जबकि बीजेपी का कहना है कि केंद्र के फंड से दिल्ली के सौंदर्यकरण के काम हो रहे हैं। बीजेपी ने तो आप को यहां तक चुनौती दी है कि अगर अरविंद केजरीवाल की सरकार ने पैसा खर्च किया है तो वह इसका सबूत पेश करें।दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की निगरानी में राजधानी में सारे प्रोजेक्ट्स पर काम चल रहा है। इनमें पेड़ लगाना, दीवारों पर पेंटिंग, साइनेज और लाइट लगाना, तोड़-फोड़ और पुनर्निमाण जैसे कार्य शामिल हैं। यह बहस तब शुरू हई जब भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि दिल्ली में जी-20 सम्मेलन से संबंधित जो भी विकास कार्य दिल्ली सरकार और म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन कर रहे हैं, उसके लिए केंद्र सरकार फंड भेज रही है। सचदेवा ने कहा कि अगर केजरीवाल सरकार ने अपनी घोषित योजनाओं पर काम किया होता तो जी-20 से पहले दिल्ली के बड़े बाजार आज चमक रहे होते।
आप का बीजेपी पर आरोप
इस पर आम आदमी पार्टी ने भी पलटवार किया और कहा कि कुछ योजनाओं को छोड़कर बाकी सभी के लिए दिल्ली सरकार ने फंडिंग की है। आप ने कहा कि सिर्फ एनडीएमसी और एनएचएआई के प्रोजेक्ट्स के लिए केंद्र सरकार ने पैसा भेजा है। आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कितनी आश्चर्य की बात है कि आप सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को बीजेपी अपना बताकर क्रेडिट ले रही है। पार्टी ने कहा कि दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग ने पीडब्ल्यूडी सड़कों पर पैसा खर्च किया और एमसीडी सकड़ों के लिए एमसीडी ने फंडिंग की है। केंद्र सरकार की ओर से सिर्फ एनडीएमसी और एनएचएआई सड़कों के लिए फंडिंग की गई। आप ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस स्तर की राजनीति से देश का कोई भला होने वाला नहीं।
बीजेपी ने दी चुनौती
आप के इस बयान के बाद बहस और ज्यादा बढ़ गई और बीजेपी नेता वीरेंद्र सचदेवा ने चुनौती दी कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक प्रोजेक्ट का नाम बताएं, जिसकी फंडिंग उन्होंने की है। उन्होंने यह भी कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है कि कैसे अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री केंद्र सरकार के कामों का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रहे हैं।(एएमएपी)