अब महीने के हिसाब से होगी मानदेय की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिथि शिक्षकों ने अपनी कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण से सूबे में साक्षरता बढ़ाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है। हमने तय किया है कि अब सूबे में अतिथि शिक्षकों के मानदेय की व्यवस्था पीरियड के हिसाब से नहीं, महीने के हिसाब से होगी। अतिथि शिक्षकों को प्रति वर्ष 4 और अधिकतम 20 अंक बोनस के रूप में प्रदान किए जाएंगे। हम गुरुजी की तरह ही पात्रता परीक्षा लेकर अतिथि शक्षिकों को नियमित करने का काम करेंगे।

शिक्षक भर्ती में 50 फीसदी आरक्षण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अब पूरे साल के अनुबंध का पैसा अतिथि शिक्षकों को दिया जाएगा। साथ ही उन्हें शिक्षक भर्ती में 50 फीसदी आरक्षण भी दिया जाएगा। इसके साथ ही शिवराज सिंह चौहान ने पिछली कमलनाथ सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ की सरकार ने शिक्षा व्यवस्था ठीक करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए थे। यह एक अधकचरी व्यवस्था हो गई थी। शिवराज ने कहा कि पिछली कांग्रेस की सरकार में गुरुजी, शिक्षाकर्मी और बाद में अतिथि शिक्षक, इनकी जिंदगी अनश्चितिता के भंवर में फंस गई थी लेकिन अब कोई भी गैप नहीं होगा, एक बार अनुबंध हो गया तो पूरे साल चलेगा। शिवराज ने कहा कि अभी तक शिक्षक भर्ती में अतिथि शिक्षिकों को 25 फीसदी दिया जा रहा था अब हम इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर रहे हैं।
हमारा मिशन ‘गरीब कल्याण’ : मुख्यमंत्री
सीएम ने कहा कि अतिथि शिक्षकों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। जब नियमित शिक्षक नहीं थे तब अतिथि शिक्षक के रूप में आपने जिम्मेदारी संभाली। आपने पूरी कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्व का निर्वाह किया। हमारा मिशन ‘गरीब कल्याण’ है। गरीबों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए हमने अनेक योजनाएं बनाई हैं। भरपेट भोजन, रहने के लिए पक्का मकान, निःशुल्क उपचार और रोजगार समेत अन्य आवश्यक सुविधाएं हम उपलब्ध करा रहे हैं।(एएमएपी)



