
ये हैं मेक इन इंडिया के फायदे
- 100 फीसदी बढ़ा वार्षिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
- 3 लाख व्यवसाय के लिए अनुरोध
- 196 अरब डॉलर का निवेश कतार में
- 14 सेक्टर में 1.97 लाख करोड़ के विनिर्माण की स्वीकृति
- 200 से अधिक मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित
- 250 फीसदी की बढ़ोतरी मोबाइल फोन के निर्यात में
जानिए मेक इन इंडिया के बारे में…
केंद्र सरकार ने निर्माण क्षेत्र और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए 25 सितंबर, 2014 को मेक इन इंडिया कार्यक्रम शुरू किया। इसके जरिये देश में विदेशी निवेश के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने की कोशिश की जा रही है। इसकी मदद से देश में आधुनिक और कुशल बुनियादी संरचना तैयार करने के अलावा विदेशी निवेश के लिए नए क्षेत्रों को खोलकर सरकार और उद्योग के बीच साझेदारी का निर्माण किया जा रहा है।
कार्यक्रम के चार स्तंभ
नई प्रक्रियाएं : उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ को महत्त्वपूर्ण कारक के रूप में मान्यता देना। इसका उद्देश्य व्यवसाय के दौरान क्षेत्र को लाइसेंस और विनियमन से मुक्त करना।
नई अवसंरचना: औद्योगिक गलियारों का निर्माण करना, मौजूदा बुनियादी ढांचे का तेजी से पंजीकरण प्रक्रिया प्रदान करने की योजना बनाना।
नए क्षेत्र: इसकी मदद से विनिर्माण, बुनियादी ढांचे और सेवा गतिविधियों के लिए 27 उद्योगों की पहचान की गई है।
नई सोच : मूलरूप से व्यवसाय के साथ सरकार के काम करने के तरीके को बदलना। अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए विभिन्न उद्योगों के साथ साझेदारी करना और सुविधाजनक तरीका अपनाने का लक्ष्य।
पांच औद्योगिक गलियारे बनाने की योजना
मेक इन इंडिया पहल के तहत औद्योगीकरण और शहरीकरण को योजनाबद्ध तरीके से बढ़ाने के लिए समावेशी विकास पर ध्यान दिया गया है। इसके लिए पांच गलियारे दिल्ली-मुंबई औद्योगिक गलियारा, अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारा, बेंगलुरु-मुंबई आर्थिक गलियारा, चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारा और विजाग-चेन्नई औद्योगिक गलियारा पर काम चल रहा है।

रक्षा क्षेत्र में तेज तरक्की
ये हैं उद्देश्य
- अर्थव्यवस्था में क्षेत्र की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए विनिर्माण क्षेत्र की विकास दर को 12-14% प्रति वर्ष तक बढ़ाना।
- अर्थव्यवस्था में 100 मिलियन अतिरिक्त विनिर्माण नौकरियों का लक्ष्य
- 2025 तक विनिर्माण क्षेत्र से 25% सकल घरेलू उत्पाद के 15-16% के वर्तमान सकल घरेलू उत्पाद से योगदान का भी लक्ष्य(एएमएपी)



