स्पीकर को मांगनी पड़ी माफी।

कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार लगातार शर्मनाक हरकतें कर रही है और कनाडा की संसद उन शर्मनाक हरकतों का हिस्सा बन रही है। अब कनाडा की संसद में हिटलर समर्थक एक पूर्व सैनिक को सम्मानित किये जाने का मामला सामने आया है, जिसके लिए बाद में कनाडाई संसद के स्पीकर को माफी तक मांगनी पड़ी है।हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कनाडा का दौरा किया। इस दौरान जेलेंस्की ने कनाडा की संसद को संबोधित भी किया। जेलेंस्की के संसद में संबोधन के दौरान द्वितीय विश्व युद्ध का हिस्सा रहे एक पूर्व सैनिक यारोस्लोव हुंका को यूक्रेनी नायक के तौर पर सम्मानित किया गया। हुंका ने यूक्रेन की तरफ से रूस के खिलाफ युद्ध लड़ा था। इस दौरान कनाडा के सभी सांसदों ने हुंका का खड़े होकर अभिवादन किया। हालांकि बाद में पता चला कि हुंका ने हिटलर की नाजी सेना में भी अपने सेवाएं दीं। जब यह जानकारी सामने आई तो हंगामा हो गया। एक नाजी समर्थक को युद्ध के नायक के तौर पर सम्मानित किये जाने को बेहद शर्मनाक करार दिया जा रहा है।

इस संबंध फ्रेंड्स ऑफ साइमन वीजेंथल सेंटर ने बयान जारी कहा कि जब दुनिया में यहूदी विरोध बढ़ रहा है, ऐसे में यह बेहद पीड़ादायक है कि कनाडा की संसद में नाजी सेना की एक डिवीजन में सेवा दे चुके एक सदस्य को सम्मानित किया गया। यह डिवीजन यहूदियों और अन्य की हत्याओं के लिए जिम्मेदार थी। आलोचनाओं के चलते कनाडा की संसद के स्पीकर ने घटना पर माफी मांगी। स्पीकर ने यहूदी समुदाय से भी विशेष तौर पर माफी मांगी। इस घटना को लेकर विपक्ष ने कनाडा की सरकार को घेर लिया है।

कनाडा के विपक्षी नेता पिएरे पोलिवरे ने पीएम जस्टिन ट्रूडो से माफी की मांग की है। पिएरे ने सवाल उठाते हुए कहा कि ‘हाउस ऑफ कॉमन्स में बुलाए जाने और सम्मानित किए जाने से पहले क्या किसी भी सांसद को इस व्यक्ति के अतीत की जांच करने का मौका नहीं मिला? इसके लिए जस्टिन ट्रूडो को व्यक्तिगत रूप से माफी मांगनी चाहिए और दूसरों पर इसका दोष मढ़ने से बचना चाहिए, जैसा कि वह हमेशा करते हैं।(एएमएपी)